तिरुवनंतपुरम। पिछले 100 साल के इतिहास में केरल सबसे भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है। सीएम पिनाराई विजयन के अनुसार, मई महीने से अब तक 324 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 9 अगस्त से मौत का आंकड़ा 167 पार कर चुका है। वहीं करीब 2 लाख 23 हजार लोग 1,568 राहत कैंप में आसरा लिए हुए हैं। दूसरी ओर पंजाब सरकार ने केरल के लिए 10 करोड़ की राहत राशि जाने करने की घोषणा की है। केरला प्रकृतिक आपदओ से पिछले 10 दिन से झूंझ रहा है. वहां की सरकार केन्द्र की अजेंसीयो के साथ मिल कर पुर जोर से सहायता कार्यो में भी लगी है, परंतु ये सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है। केरल सीएम ऑफिस से अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से लिखा, ‘केरल पिछले 100 साल की सबसे तबाही वाली आपदा से जूझ रहा है। 80 बांध खोल दिए गए हैं। मई से अब तक 324 लोगों की जान जा चुकी है और तकरीबन 223139 लोग अभी भी राहत कैंप में हैं।’ इसी के साथ सीएम ऑफिस केरल ने लोगों से पीड़ितों के लिए मदद की अपील की है।
सीएम ने दस करोड़ की राहत राशि की घोषणा की: दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बादल ने बाढ़ प्रभावित केरल के लिए 10 करोड़ की राहत राशि जाने करने की घोषणा की है। इसमें मुख्यमंत्री राहत से 5 करोड़ रुपये की राशि और अन्य 5 करोड़ रुपये भोजन और जरूरी सामानों के रूप में भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया कि 4 जिलों में बाढ़ की स्थिति बेहद खतरनाक है। इन जिलों में अलाप्पुजा, एर्नाकुलम, पठानमित्था और त्रिसूर शामिल हैं। यहां पंपा, पेरियार और चालाकुडी नदियों के पानी ने प्रकोप मचाया है। राज्य में 8 अगस्त से तबाही के चलते फसल और संपत्तियों समेत कुल 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात केरल पहुंच सकते हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शुक्रवार रात केरल पहुंचने की उम्मीद है। वह शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बाढ़ की वजह से केरल के ज्यादातार शहरों के अस्पतालों में स्टाफ घटकर 30 से 35 फीसदी रह गया है जबकि बेडों की संख्या 80 से 90 फीसदी बढ़ गई है। वहीं लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई और जनरेटर चलाने के लिए डीजल स्टॉक की कमी से कई अस्पताल जूझ रहे हैं।
घुटनों तक भरा पानी
1764 लोगों को बचाया गया : इंडियन कोस्ट गार्ड के 4 कैपिटल शिप कोच्चि पहुंचे हैं। ये डिजास्टर और रिलीफ टीम के साथ काम करेंगे। 24 टीमें पहले से ही बाढ़ प्रभावित गांवों में हैं। इंडियन कोस्टगार्ड ने अब तक 1764 लोगों को बचा लिया है और 4688 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वायुसेना के हेलिकॉप्टर प्रभावित इलाकों से लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। हजारों लोगों को सेना इस तरह बचा चुकी है। राज्य में जारी तबाही के बीच सेना, वायुसेना, नौसेना, इंडियन कोस्टगार्ड और NDRF की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को बचाने की कवायद में लगी हुई हैं। हालांकि गुरुवार को यह देखने को मिला कि आपदा का स्तर इससे निपटने के प्रयासों के काफी अधिक है।
रेल सेवा ध्वस्त, घुटनों से ऊपर भरा पानी : अरियंकवू-तेनमलई के बीच सेनकोट्टाई-पुनलुर रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन होने से दक्षिण जिले से आने वाली और उधर जाने वाली ट्रेनें पूरी या आंशिक रूप से रद कर दी गई हैं। कई ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं। अलप्पुझा के चुनक्करा गांव में सड़कों पर घुटनों से ऊपर पानी भरा हुआ है। केरल में गुरुवार को जारी किया गया रेड अलर्ट कासरगोड को छोड़कर 13 जिलों में शुक्रवार को भी जारी रहेगा। एर्नाकुलम और इडुक्की में शनिवार के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। केरल में बाढ़ के दौरान भारतीय नौसेना ने एक गर्भवती महिला को भी रेस्क्यू किया। बाद में महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। अब जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
बेजुबानों को भी बचाया जा रहा : मदुरै कॉर्पोरेशन ने केरल के लिए 20 लाख रुपये की राहत सामग्री भेजी है। लोगों तक नावों और हेलिकॉप्टरों के जरिए सामग्री पहुंचाई जा रही है। कोझिकोड के सरोवरम में पालतू जानवरों को बचाकर ले जाया गया। लोगों के साथ ही बड़ी संख्या में जानवर बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं।
ये हैं हेल्पलाइन नंबर : पथनमतित्ता जिले के लिए तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं- 9188294112, 9188295112, 9188293112। जरूरतमंद लोग 9188293112 पर अपनी स्थिति का जानकारी वॉट्सऐप भी कर सकते हैं।