रांची : झारखंड में मेडिकल सुविधाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 108 की शुरुआत की गयी थी. इस नंबर पर 80 फीसदी बेकार के कॉल आते हैं. लोग गंदी बातें करते हैं. यहां फोन करने वाले लोग मोबाइल री-चार्ज, गैस कनेक्शन के बारे में जानकारी मांगते हैं. कई बार महिलाओं से बात करने के उद्देश्य से लोग यहां फोन करते हैं. सिर्फ 75 दिन में 108 नंबर पर डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने फोन किया. इसमें 80 फीसदी बेकार और परेशान करने वाले कॉल थे.
हेल्पलाइन को ऑपरेट करने वाली कंपनी जिगित्सा हेल्थकेयर लिमिटेड के ऑपरेशन हेड सुमित बसु बताते हैं कि हेल्पलाइन नंबर पर हर दिन औसतन 4000 कॉल आते हैं. इनमें से 3000 या उससे ज्यादा कॉल हेल्पलाइन से संबंधित नहीं होते. यानी इन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की जरूरत नहीं होती. बसु के मुताबिक, ऐसे कॉल्स की वजह से कई बार गंभीर रूप से बीमार लोग इस सेवा का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं.
उन्होंने लोगों से अपील की कि जब तक मेडिकल इमरजेंसी न हो, 108 नंबर डायल नहीं करें. ज्ञात हो कि जिगित्सा हेल्थकेयर लिमिटेड सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को और आत्महत्या जैसे मामलों में लोगों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करता है. कंपनी का दावा है कि राज्य में उसके 247 एंबुलेंस चल रहे हैं और लगभग 52,000 लोगों की वह अब तक मदद कर चुका है.

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