नई दिल्ली। घोटाले का शिकार पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने वित्त वर्ष 2018-19 की जून में खत्म तिमाही में 940 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी ने 343.40 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। बैंक ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
नीरव मोदी-मेहुल चोकसी घोटाले का शिकार बैंक ने जनवरी-मार्च तिमाही में अबतक का सबसे अधिक 13,417 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। इस तरह से पीएनबी ने लगातार दूसरी तिमाही में घाटा दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में पीएनबी की ब्याज आय 21.7 फीसदी बढ़कर 4,692 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही में पीएनबी की ब्याज आय 3,855 करोड़ रुपये रही थी
तिमाही दर तिमाही आधार पर अप्रैल-जून तिमाही में पीएनबी का सकल एनपीए (फंसे हुए कर्जे) 18.38 फीसदी से घटकर 18.26 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पीएनबी का शुद्ध एनपीए 11.24 फीसदी से घटकर 10.58 फीसदी रहा है।
वहीं, रुपये के संदर्भ में तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में सकल एनपीए 86,620 करोड़ रुपये से घटकर 82,889 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुद्ध एनपीए 48,684 करोड़ रुपये से घटकर 43,872 करोड़ रुपये रहा है।
तिमाही आधार पर पहली तिमाही में पीएनबी की प्रोविजनिंग (फंसे कर्ज की भरपाई के लिए प्रावधान) 20,353.1 करोड़ रुपये से घटकर 5,758 करोड़ रुपये रही है, जबकि पिछले साल पहली तिमाही में प्रोविजनिंग 2,608.7 करोड़ रुपये रही थी। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 15,072 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 14,468.14 करोड़ रुपये थी।