धनबाद/आरा। झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह हत्याकांड के आरोपित कुख्यात नंद कुमार सिंह उर्फ मामा की तबीयत आरा जेल में बिगड़ गई है। रविवार शाम पांच बजे उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया। जेल में बंद मामा के शरीर एवं सीने में दर्द की शिकायत है। अस्पताल में लाये जाने के बाद उसने आरा मुफस्सिल थाने एवं धनबाद की सरायढेला पुलिस पर कस्टडी में जमकर मारपीट का आरोप लगाया है। उसके प्राइवेट पार्ट में भी गंभीर जख्मों के निशान मिले हैं। धनबाद कोर्ट से भी मामा के विरुद्ध प्रोडक्शन वारंट निर्गत हो गया है। आठ अगस्त तक मामा को धनबाद कोर्ट में पेश करने का आदेश है। पुलिस आज-कल में उसे लाने के लिए आरा जाने वाली है। आरा जेल के अधीक्षक निरंजन पंडित ने बताया कि जेल भेजे गए विचाराधीन बंदी नंद कुमार ¨सह उर्फ मामा को वार्ड संख्या-15 में रखा गया था। अचानक शाम को वह तेज दर्द से कराहने लगा। इलाज के लिए कड़ी सुरक्षा में सदर अस्पताल, आरा भेजा गया। डॉक्टर ने भर्ती कर लिया है। एक रोज पहले भी दर्द की शिकायत पर दवा उपलब्ध कराई गई थी।
दो अगस्त को पकड़ा गया था:
भोजपुर जिले के चौरी थाना क्षेत्र के बेरथ गांव में दो अगस्त को एसटीएफ एवं डीआइयू ने छापेमारी कर पुलिस बल पर हमले एवं झरिया विधायक संजीव सिंह के करीबी रंजय की हत्या में वांटेड नंद कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह उर्फ मामा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद धनबाद के सरायढेला पुलिस ने यहां आकर उससे पूछताछ की थी। इसके बाद तीन अगस्त को उसे पुलिस बल पर हमले के मामले में आरा कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया। प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म: मामा ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तारी के बाद उसे मुफस्सिल थाना में रखा गया था। धनबाद के सरायढेला थाना की पुलिस भी यहां आई थी। इस दौरान उसके साथ लगातार दो दिनों तक मारपीट की गई। उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्मों का निशान भी दिखा। सनद हो कि 29 जनवरी 2017 को धनबाद के चाणक्यनगर इलाके में झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह के करीबी रंजय को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इस मामले में मामा ने अपनी संलिप्तता कबूल ली है। आरा पुलिस के समक्ष कबलूनामे में उसने वासेपुर के विक्की खान के कहने पर भैयाजी के साथ मिलकर रंजय की हत्या की बात स्वीकारी है।