आजाद सिपाही संवाददाता
रांची/गिरिडीह। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार ने गुरुवार को तमाम कांग्रेसी विधायकों के साथ बैठक कर एक-एक की नब्ज टोटली। किसके मन में क्या, किसे क्या परेशानी है, उन्होंने यह सब जानने का प्रयास किया। एक-एक विधायक को उन्होंने समझाया भी और नसीहत भी दी। बताया कि गठबंधन सरकार में कैसे काम किया जाता है। बैठक के बाद सिंघार ने दावा किया कि पार्टी विधायकों की नाराजगी दूर हो गयी है। विधायकों में जो भी नाराजगी थी, उसे बातचीत से दूर कर लिया गया है। साथ ही सारा दोष भाजपा के सिर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए सरकार को गिराने की भाजपा साजिश कर रही है, जो सफल नहीं होगी।
कांग्रेस के कुछ विधायकों ने जतायी थी नाराजगी
बता दें कि झारखंड में का्ंग्रेस विधायक इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला समेत कई खुले रूप से प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के खिलाफ बगावत का झंडा उठाये हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी सिंघार के झारखंड दौरे को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। उनके दौरे को पार्टी विधायकों की नाराजगी दूर करने की कवायद माना जा रहा है। सिंघार गुरुवार को गिरिडीह में थे। उनके साथ मंत्री बादल पत्रलेख भी थे। सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उमंग ने कहा कि उनकी इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला समेत वैसे सभी विधायकों से बात हो चुकी है, जो नाराज थे। यह बड़ी बात नहीं है। मीडिया ने विवाद को हवा देने की कोशिश की।
सरकार और कांग्रेस के बीच समन्वय के लिए बनेगी कमेटी
उमंग एवं बादल पत्रलेख पार्टी के दिवंगत नेता नरेंद्र कुमार सिन्हा छोटन के निधन पर उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना देने गिरिडीह पहुंचे थे। उन्होंने दिवंगत सिन्हा के बड़े भाई एवं अधिवक्ता अजय सिन्हा से बरमसिया स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की। नरेंद्र सिन्हा के निधन को उन्होंने कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति बताया। सिंघार सर्किट हाउस सभागार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिले और पार्टी को मजबूत करने का निर्देश दिया। सरकार और कांग्रेस संगठन के बीच समन्वय के लिए कमेटी बनाने की बात कही।