पाकिस्तान सरकार की तरफ से दुनिया के हर मंच पर कश्मीर का मुद्दा उछाला जाता रहा है। वहीं, कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान में बड़ा खुसाला हुआ है। दरअसल, इस मुद्दे पर सरकार के मंत्रालय ही एकजुट नहीं है। मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान को विदेश मंत्रालय का साथ नहीं मिल रहा है।
शीरीन मजारी ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को निशाने पर लेते हुए कहा, कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान अकेले पड़ गए हैं, वह इस मुद्दे पर अकेले लड़ रहे हैं, लेकिन विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा, अगर पीएम को विदेश मंत्रालय का साथ मिले तो हालात कुछ और सकते थे।
इमरान सरकार में शीरीन मजारी का रुतबा काफी ऊंचा है, उनकी गिनती देश के कद्दावर नेताओं में होती है। मजारी की इस टिप्पणी से पाकिस्तान में सियासी भूचाल आ सकता है क्योंकि किसी मंत्री द्वारा खुलकर विदेश मंत्रालय की आलोचना करना बड़ी बात है। वह भी कश्मीर जैसे मुद्दे पर, जिसे लेकर पाकिस्तान हमेशा दर-दर भटकता रहता है।
मानवाधिकर मंत्री का यह बयान भी काफी अहम है क्योंकि, पाकिस्तान मीडिया के अनुसार विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी फौज की पहली पंसद माने जाते हैं। कयास लगाए जाते हैं कि अगर पाकिस्तानी सेना उन्हें समर्थन देती है तो वह देश के अगले प्रधानमंत्री भी हो सकते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कश्मीरी आवाम को नीचा दिखाया
राजधानी इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम में मजारी ने विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘हमारे विदेश मंत्रालय ने कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान और कश्मीरी आवाम को नीचा दिखाया है। मुझे यह कहने में कोई आपत्ति नहीं है कि पीएम इस मुद्दे पर अकेले पड़ गए हैं और मंत्रालय की तरफ से उनका साथ नहीं दिया जाता। अगर विदेश मंत्रालय पीएम का साथ देता तो आज हालात कुछ और होते। ‘
राजनयिक आवाम के पैसे से ऐश कर रहे
मजारी ने विदेश मंत्रालय के अफसरों को निशाने पर लिया और उनपर आवाम के पैसे से ऐश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हम किस मुंह से कश्मीर की बात करें। हमारे राजनयिक महंगे होटलों में आवाम के पैसे से ऐश करते हैं। थ्री-पीस सूट्स पहनकर घूमते हैं। फोन पर गप्पें मारते हैं। पाकिस्तान से बेहतर तो बुर्किना फासो जैसा छोटा गरीब देश है, जहां के राजनयिक देशहित के मुद्दों पर काम करते हैं। कश्मीर मुद्दे पर हमारा देश क्या कर रहा है, इसकी गवाह सारी दुनिया है।