आजाद सिपाही संवाददाता
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिया चक्रवर्ती से गुरुवार को सात घंटे तक प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ की। इडी के अनुसार इस दौरान रिया ने एजेंसी की कोई मदद नहीं की और अधिकांश सवालों के उत्तर में रटा-रटाया उत्तर ‘याद नहीं’कहा। उनसे दूसरे दौर की पूछताछ की जायेगी। इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है। इससे पहले पूछताछ टालने के लिए रिया ने इडी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का हवाला देते हुए समय देने का आग्रह किया था। इडी ने उनका आग्रह ठुकरा दिया। तब दिन में 12 बजे रिया अपने भाई शौविक चक्रवर्ती के साथ इडी आॅफिस पहुंची। शौविक चक्रवर्ती सुबह पहुंचने के दो घंटे बाद इडी दफ्तर से बाहर निकल गये थे। वह दोबारा इडी दफ्तर पहुंचे। इडी के अधकिारियों ने शौविक से कुछ दस्तावेज मांगे हैं। वह वही कागजात लेने गये थे। बता दें कि रिया और शौविक के अलावा श्रुति मोदी से भी पूछताछ की गयी।
रिया ने सुशांत की मौत के बाद डीसीपी से चार बार की बात
इस बीच रिया चक्रवर्ती का कॉल डिटेल भी सामने आया है। इसके बाद वह और मुंबई पुलिस भी सवालों और शक के घेरे में आ गयी है। रिया चक्रवर्ती की कॉल डीटेल के अनुसार सुशांत की मौत के बाद उन्होंने कम से कम चार बार बांद्रा डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे से बात की है। जानकारी के मुताबिक रिया ने 21 जून को बांद्रा डीसीपी से फोन पर 28 सेकेंड तक बात की थी। 22 जून को डीसीपी ने रिया के लिए मैसेज छोड़ा था। इसके बाद डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने 22 तारीख को ही रिया से फोन पर 29 सेकेंड तक बात की। फिर आठ दिन के बाद डीसीपी की तरफ से रिया चक्रवर्ती को फोन मिलाया गया। 66 सेकेंड तक दोनों के बीच बातचीत हुई। इसके बाद कुछ दिनों तक दोनों ने एक-दूसरे से कोई बात नहीं की, लेकिन 18 जुलाई को एक बार फिर रिया की तरफ से डीसीपी को फोन मिलाया गया। इन फोन कॉल पर मुंबई पुलिस का कहना है कि ये कॉल रिया को जब बांद्रा पुलिस स्टेशन और सांताक्रूज पुलिस स्टेशन बुलाया गया, उस वक्त की हैं। रिया को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। ये फोन कॉल आधिकारिक वजहों से किये गये थे।
मुझे नहीं, सुशांत की जांच को क्वारेंटाइन किया था : एसपी
इस बीच मुंबई में जबरन क्वारेंटाइन किये गये पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी शुक्रवार देर शाम पटना पहुंच गये। मुंबई से रवाना होने से पहले उन्होंने मीडिया को कहा कि बीएमसी अधिकारियों ने उन्हें नहीं, बल्कि सुशांत मामले की जांच को क्वारेंटाइन किया था। बिहार पुलिस की जांच को रोका गया।
बता दें कि पटना के सिटी एसपी को क्वारेंटाइन किये जाने को लेकर बिहार पुलिस की ओर से मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये गये थे। खुद विनय तिवारी ने भी कहा था कि उनके क्वारेंटाइन किये जाने से जांच प्रभावित होगी। वहीं बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस पर जांच में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया था। एक दिन पहले ही बिहार पुलिस के डीजीपी ने सिटी एसपी को लौटने की अनुमति नहीं दिये जाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।