सदियों से प्रतीक्षित भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन बुधवार को किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में देशभर से संत महात्माओं की टोली भव्य कार्यक्रम में शामिल होगी। इस बीच मंदिर की नींव में देशभर के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों की मिट्टी डाली जा रही है। सभी ज्योतिर्लिंगों, शक्तिपीठों की मिट्टी लाई जा रही है। इसमें पश्चिम बंगाल से भी गंगासागर तथा मां काली के शक्तिपीठ की मिट्टी जाएगी। दक्षिणेश्वर तीर्थ स्थल से भी मिट्टी ले जाई जा रही है। इसके साथ ही राम मंदिर के निर्माण के लिए 1990 में राम कुमार कोठारी और शरद कुमार कोठारी नाम के जिन दोनों भाइयों ने अपनी शहादत दी थी उनकी जन्मभूमि की मिट्टी भी ले जाई जा रही है।
कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा ने “हिन्दुस्थान समाचार” को बताया कि उन्हें राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से आमंत्रण मिला है। अपने परिवार के एक अन्य सदस्य को लेकर वह जा रही हैं। इसके साथ ट्रस्ट की ओर से उन्हें कोठारी बंधुओं की जन्म भूमि की मिट्टी लाने को कहा गया है। इसलिए अपने घर से वह मिट्टी भी ले जा रही हैं जिसे राम मंदिर की नींव में डाला जाएगा। भूमिपूजन और आधारशिला रखने के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं। इस भव्य कार्यक्रम को 175 लोगों की उपस्थिति में आयोजित किया जा रहा है। पूर्णिमा कोठारी ने बताया कि वह मंगलवार शाम को अयोध्या पहुंच जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि 1990 में राम मंदिर आंदोलन के पूरे देश में कारसेवक अयोध्या में जुट रहे थें। 30 अक्टूबर 1990 को विवादित रह चुके परिसर में बने बाबरी मस्जिद की गुंबद पर कोठारी बंधुओं ने भगवा झंडा फहराया था। इसके बाद पुलिस फायरिंग में दोनों भाइयों की मौत हो गई थी।