Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, June 11
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»प्रयागराज में तीसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं गंगा और यमुना, बाढ़ ने मचा रखी है तबाही
    Breaking News

    प्रयागराज में तीसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं गंगा और यमुना, बाढ़ ने मचा रखी है तबाही

    sonu kumarBy sonu kumarAugust 10, 2021Updated:August 10, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां जबरदस्त उफान पर हैं और लगातार तबाही मचा रही हैं. दोनों नदियां आज लगातार तीसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. प्रयागराज में गंगा और यमुना आज खतरे के निशान से तकरीबन एक मीटर ऊपर बह रही हैं. इसके साथ ही टोंस और ससुर खदेरी जैसी नदियां भी अपना दायरा तोड़कर सड़कों, रास्तों, गांवों व खेतों में तबाही मचा रही हैं. प्रयागराज में नदियों में आई बाढ़ से लाखों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ की वजह से दर्जनों मोहल्ले और गांव जलमग्न होकर टापू बन गए हैं. संगम नगरी में गंगा आज भी चार सेंटीमीटर प्रति घंटा और यमुना छह सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रही है. चिंता की बात यह है कि नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी का सिलसिला अगले दो दिनों तक और बढ़ते रहने की आशंका जताई जा रही है.

    नदियों में आई बाढ़ की वजह से हज़ारों की संख्या में लोग बेघर होकर सुरक्षित जगहों या राहत कैम्पों में शरण लेने को मजबूर हैं. सैकड़ों मकानों की पहली मंज़िल बाढ़ के पानी में डूब चुकी है. किसी की गृहस्थी बह गई है तो कोई बाढ़ घिरा होने के बावजूद घर की छतों पर डेरा जमाए हुआ है. तमाम सड़के व रास्ते बाढ़ के पानी में समा गए हैं. जिन रास्तों पर हफ्ते भर पहले वाहन तेजी से फर्राटा भरते थे, गंगा और यमुना की उफान मारती लहरों के बीच आज उन सड़कों पर नाव से जाते हुए भी डर लग रहा है. ग्रामीण इलाकों में तो कई गांवों व इलाकों का संपर्क ही बाहरी दुनिया से कट गया है. सबसे ज़्यादा दिक्कत संगम आने वाले श्रद्धालुओं को हो रही है. संगम जाने के सभी रास्ते तकरीबन दो किलोमीटर पहले से ही बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं. इसके अलावा गंगा के कछारी इलाकों में किराए के कमरों में रहने वाले छात्र भी बाढ़ में घिरे होने के बावजूद ऊपर की मंज़िलों पर रह रहे हैं.

    बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब सिर्फ सरकारी नावें ही चलेंगी

    घर में रखा कीमती सामान चोरी हो जाने के डर की वजह से तमाम लोग राहत कैम्पों या किसी दूसरी सुरक्षित जगह पर जाने के बजाय टापू बन चुके घर की छत पर ही डेरा जमाने को मजबूर हैं. चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने अब प्राइवेट नावों के चलने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है. प्रयागराज रेंज के आईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक़ लोग प्राइवेट नावों से मकानों में घुसकर चोरी न कर सकें, इसीलिये इस पर पाबंदी लगाई गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब सिर्फ सरकारी नावें ही चलेंगी. सरकारी नावों से ही राहत व बचाव का काम किया जाएगा.

    राहत और बचाव के काम में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों के साथ ही दो सौ से ज़्यादा नावों को लगाया गया है. कई बाढ़ राहत केंद्र खोले गए हैं. सरकारी अमला भी लगातार निगरानी करते हुए हालात पर नज़र बनाए हुआ है. हालांकि सुविधाएं सिर्फ प्रमुख जगहों तक ही पहुंच रही हैं. दूर दराज के इलाकों-गलियों व ग्रामीण इलाकों में लोग परेशान हैं. इन तक न तो खाने के पैकेट पहुंच पा रहे हैं और न ही कोई दूसरे सामान. प्रशासन के दावे फाइलों में ज़्यादा और हकीकत में कम नज़र आ रहे हैं. एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें ज़रूर देवदूत बनकर लोगों की ज़िंदगियां बचा रही हैं. उन तक मदद पहुंचा रही हैं.

    prayagraj river ganga
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपेगासस पर विपक्ष ने फिर किया हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित
    Next Article आज राज्यपाल से मिलेंगे शुभेंदु अधिकारी, कई मुद्दों पर करेंगे शिकायत
    sonu kumar

      Related Posts

      डिटेंशन सेंटर से फरार तीन बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, हजारीबाग पुलिस को बड़ी कामयाबी

      June 10, 2025

      मुख्यमंत्री योगी ने गिनाई मोदी सरकार की उपलब्धियां, बोले- पिछले 11 साल देश के लिए स्वर्णिम काल

      June 10, 2025

      राजा रघुवंशी हत्याकांड: सोनम को लेकर मेघालय पुलिस आज दोपहर पहुंचेगी गुवाहाटी

      June 10, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • डिटेंशन सेंटर से फरार तीन बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, हजारीबाग पुलिस को बड़ी कामयाबी
      • बॉक्स ऑफिस पर ‘हाउसफुल-5’ का जलवा, 100 करोड़ के क्लब में शामिल
      • बॉक्स ऑफिस पर ‘ठग लाइफ’ की रफ्तार थमी, फिल्म को नहीं मिला दर्शकों का प्यार
      • भारत ए बनाम इंग्लैंड लायंस: कोटियन-कंबोज की शानदार साझेदारी, दूसरा अनौपचारिक टेस्ट ड्रॉ
      • एफआईएच प्रो लीग: रोमांचक मुकाबले में नीदरलैंड ने भारत को 3-2 से हराया
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version