दुमका। पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी मंगलवार को हेमंत सरकार पर खूब बरसे. दुमका गेस्ट हाउस में मीडिया से कहा कि राज्य में अभी लुटेरी सरकार है. सीएम हेमंत आदिवासी और महिला विरोधी हैं. हाल की कई घटनाओं ने इसे साबित भी किया है. ऐसे में इस सीएम को गद्दी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. सीएम हमेशा बीजेपी पर आरोप लगाते कहते हैं कि वे आदिवासी हैं. इसी कारण से उन पर टारगेट किया जा रहा है. सच्चाई तो यह है कि वे खुद आदिवासी विरोधी हैं. उनके भ्रष्ट अधिकारी आदिवासियों, महिलाओं पर जुल्म कर रहे हैं. सीएम उन्हें संरक्षण दे रहे हैं. रूपा तिर्की और संध्या टोपनो का उदाहरण देते हुए बाबूलाल ने कहा कि इन दोनों महिला पुलिस अधिकारियों की जान इस सिस्टम की लापरवाही की वजह से गयी. दोनों आदिवासी समाज की थी पर खुद को आदिवासी हितैषी कहने वाली सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया. मौके पर पूर्व मंत्री लुईस मरांडी और अन्य भी मौजूद थे.
नूर मुस्तफा पर हो कानूनी कार्रवाई
बाबूलाल मरांडी ने इस दौरान डीएसपी नूर मुस्तफा पर कार्रवाई की मांग दोहरायी. कहा कि मुस्तफा लगातार अपने पद का दुरुपयोग करते रहे हैं. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा आदिवासियों को ही भुगतना पड़ा है. मुस्तफा शिकारीपाड़ा के कोयला खदानों से अवैध वसूली करते हैं. दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने यहां के डीआइजी को भी पत्र लिख कर उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है. साथ ही अंकिता मामले में पर मुस्तफा की भूमिका काफी संदिग्ध है. उन्होंने आरोपियों को बचाने का प्रयास किया. इसलिए उस पर 120बी के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए. शाहरुख हुसैन और नईम खान के साथ उसका भी जेल में रहने की व्यवस्था सरकार करे.