रायपुर। छत्तीसगढ़ के सात रेलवे स्टेशन अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी, जिसमें रायपुर और बिलासपुर के सात रेलवे स्टेशन 935 करोड़ रुपये से पुनर्विकसित होंगे। रायपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास लिए 470 करोड़ रुपये और बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास लिए 465 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
अमृत भारत स्टेशन योजना में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सात स्टेशनों के साथ देशभर के 508 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। इन सभी स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर कायाकल्प किया जाएगा और सभी तरह की सुविधाएं यात्रियों को मिलेगी।
रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अकलतरा, भिलाई पाॅवर हाउस, तिल्दा-नेवरा, महासमुंद स्टेशन शामिल है। शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं।
इन स्टेशनों पर स्टेशन पर आगमन / प्रस्थान प्लाजा, एग्जीक्यूटिव लाउंज, कॉनकोर्स एरिया, लिफ्ट एवं एस्केलेटर, फूड कोर्ट, शॉपिंग मॉल, कैफेटेरिया, प्ले एरिया, ग्रीन बिल्डिंग, नवीनीकरणीय ऊर्जा, कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन, बैगेज स्कैनर, कोच इन्डिकेशन बोर्ड तथा दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाओं सहित आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
छत्तीसगढ़ी संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की दिखेगी झलक
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के साथ ही गोंदिया, वडसा एवं चांदा फोर्ट स्टेशन में आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट एस्कलेटर, सर्कुलटिंग एरिया का उन्नयन, वेटिंग हाल और टायलेट का उन्नयन, स्टेशन लाइटिंग में सुधार, साइनेज, ट्रेन एवं कोच इंडिकेटर बोर्ड, पार्किंग स्थान में वृद्वि, प्लेटफ़ार्म एरिया का विस्तार, शेड, स्थानीय कला और संस्कृति के अनुसार स्टेशन के वाह्य स्वरूप का उन्नयन किया जाएगा।
इस योजना में आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-माडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करेगा। स्टेशन भवनों के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की झलक दिखाई देंगी।