पूर्वी चंपारण। जिले में बहने वाली गंडक,बागमती,बूढी गंडक और लालबकेया समेत दर्जनो नेपाली नदियो के जलस्तर में बढोत्तरी गुरूवार को भी जारी रही। बागमती और लालबकेया नदी का पानी पताही प्रखंड के कई गांवों में फैल गया है। मोतिहारी शिवहर सड़क देवापुर के पास पानी में डूब चुकी है। एसएच 54 पर भी पानी का तेज बहाव जारी है।इसके साथ ही बाढ़ का पानी पकड़ीदयाल,फेनहारा और मधुबन प्रखंड की तरफ भी बढ़ने लगा है।पताही के पदुमकेर, देवापुर, भंडार, जिहुली, बसहिया, खरहिनिया और जरदाहा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है,जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। हालांकि, बूढी गंडक की सहायक नेपाली नदियां सरिसवा तिलावे और बंगरी नदी में पानी थोड़ा स्थिर हुआ है,लेकिन बंगरी नदी के बांध टुटने से बूढी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ गया है।

गंडक नदी में वाल्मीकी नगर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंडक का पानी चंपारण तटबंध के समीप तक पहुंच गया है।लिहाजा गुरुवार को डीएम सौरव जोरवाल व एसपी कांतेश कुमार मिश्र नाव से गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर और चंपारण तटबंध की सुरक्षा का जायजा लिया।

मौके पर मौजूद जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता रंजन प्रकाश से चंपारण तटबंध व बाढ़ की जानकारी ली। पुछरिया और मंगलापुर में चंपारण तटबंध पर मौजूद ग्रामीणों व प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों से यहां की स्थिति का जायजा लिया । कार्यपालक अभियंता ने डीएम को बताया कि पिलर संख्या 66 से लेकर 132 तक जो मेरे अधीन हैं उस पर पूरी तरह नजर रखी जा रही हैं।

उल्लेखनीय है,कि वर्ष 2020 में उतरी भवानीपुर पंचायत के निहालु टोला में ही चंपारण तटबंध टुटा था।पूर्वी चंपारण जिले के कई प्रखंडो के साथ मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले तक गंडक के पानी तबाही मचायी थी।डीएम ने बांध की सतत निगरानी व जिओ बैंग में बालू भर कर स्टॉक करने का निर्देश दिया।साथ ही उन्होंने आवश्यक दवा,नाव व सामुदायिक किचेन आदि की तैयारी को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिये।

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