लखनऊ। भारत सम्पूर्ण दुनिया का मार्गदर्शन करने की ओर अग्रसर है। हम सभी को इसके लिए सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है। आज कुछ विभेदकारी शक्तियां समाज को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं। हमें रक्षा बंधन पर्व पर यह प्रतिज्ञा करनी होगी कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और विभेदकारी तत्वों से समाज को बचाने के लिए कटिबद्ध रहेंगे। यह बातें विश्व हिन्दू फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री स्वामी विज्ञानानंद ने कही। वह मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी भाग की ओर से आयोजित रक्षाबंधन उत्सव को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन कुंवर ग्लोबल स्कूल देवा रोड, चिनहट में किया गया।
स्वामी विज्ञाननंद ने कहा कि भारत की परिवार व्यवस्था हमारी अमूल्य धरोहर है। आज हमारे परिवार टूट रहे हैं, इसे भी बचाने का संकल्प हम सबको करना है। भारत की परिवार व्यवस्था के होने से ही हमारी संस्कृति, आध्यात्मिकता, पर्यावरण, शिक्षा, संस्कार आदि अक्षुण्ण रह पाएंगे। इसलिए हम अपने परिवार को संभालें, अपनी संस्कृति को बचाने के उपक्रम करें। सभी समाज को लेकर चलें। इसके लिए परिवार में सामूहिक भोजन, सामूहिक देव पूजा, सामूहिक चर्चा, सद्ग्रंथ का पाठन, अतिथि सत्कार जैसे अपने जीवन मूल्य स्थापित करें। उन्होंने कहा कि सभी हिन्दू सहोदर भाई हैं। कोई ऊंच-नीच नहीं है। सभी समान हैं। हम सभी भारत मां के पुत्र-पुत्री हैं। रक्षा बंधन उत्सव हमें यह सिखाता है कि संस्कृति की रक्षा करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी लाल प्रसाद सिंह ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि रक्षाबंधन उत्सव केवल भाई बहन का उत्सव नहीं अपितु सम्पूर्ण जनमानस का उत्सव है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस उत्सव में सहभागिता करना मेरे लिए गौरव की बात है।
अतिथियों ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया, साथ ही परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांध राष्ट्र रक्षा का संकल्प किया। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक कौशल, पूर्व प्रांत संघचालक प्रभु नारायण श्रीवास्तव, भाग संघचालक प्रभात आधौलिया एवं सह संघचालक अरुण कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।