नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका और तेजी से बढ़ता प्रभाव युवा राजनयिकों के लिए नई चुनौतियों के साथ-साथ शानदार अवसर भी प्रदान कर रहा है। भारतीय विदेश सेवा (2022 बैच) के प्रोबेशनर्स ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रोबेशनर्स को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय राजनयिक बनने के लिए इससे बेहतर समय और नहीं हो सकता। वैश्विक विकास के अगुवा और वैश्विक शासन में एक मजबूत आवाज के रूप में भारत की भूमिका और प्रभाव अंतरराष्ट्रीय जगत में तेजी से बढ़ रहा है। आज, अंतरराष्ट्रीय समुदाय जटिल वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की तरफ देख रहा है, चाहे वह सतत विकास हो, जलवायु परिवर्तन हो, साइबर सुरक्षा हो, आपदाओं से निपटना हो या उग्रवाद और आतंकवाद से मुकाबला करना हो। उन्होंने कहा कि यह उन जैसे युवा राजनयिकों के लिए नई चुनौतियों के साथ-साथ शानदार अवसर भी प्रदान करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जैसे ही युवा अधिकारी जिम्मेदारियों के निर्वहन की तैयारी करते हैं, उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि विदेश में उनके सभी प्रयासों और गतिविधियों का अंतिम उद्देश्य अपने देश में वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारत की अधिक समृद्धि के बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए अन्य सिविल सेवाओं के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें दुनिया भर में 3.3 करोड़ मजबूत भारतीय प्रवासियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को और विकसित कर बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कांसुलर सेवाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि सामुदायिक पहुंच के दौरान संवेदनशील और मानवीय हितों का ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से भारतीय समुदाय के सदस्यों से नियमित रूप से मिलने और उनके कल्याण का ध्यान रखने का आग्रह किया।