शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर थमने के बावजूद भूस्खलन से तबाही का क्रम जारी है। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में शुक्रवार को मौसम खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन भूस्खलन की घटनाओं में कमी नहीं आई।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार बीते 24 घंटे में राज्य में 54 कच्चे-पक्के घर धराशायी हुए। इसके अलावा 203 घर दरार आने से आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। इसी तरह 85 पशुशालाएं भी ध्वस्त हुईं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 35 घर गिरे हैं। कांगड़ा में नौ, शिमला व सोलन में तीन-तीन, उना व हमीरपुर में दो-दो घर धराशायी हुए। रिपोर्ट के अनुसार भूस्खलन से राज्य में चार नेशनल हाईवे सहित 729 सड़कें बाधित रहीं। लोकनिर्माण विभाग के मंडी जोन में सबसे ज्यादा 282 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा शिमला जोन में 229, हमीरपुर जोन में 125 और कांगड़ा जोन में 89 सड़कों पर आवागमन ठप रहा। वहीं नेशनल हाईवे की बात करें तो एनएच के शिमला जोन में एनएच-305, एनएच 705, एनएच-21ए और शाहपुर जोन में एनएच-03 अवरूद्व हुआ।