-मणिपुर में उगेगा शांति का सूरज : प्रधानमंत्री
-पूर्वोत्तर हमारे जिगर का टुकड़ा है, देश भरोसा रखे
-सवा दो घंटे के भाषण में विपक्ष को आड़े हाथ लिया
-हर मुद्दे पर अपनी सरकार का रुख साफ किया पीएम ने
आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। चार साल पुरानी नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को गिर गया। प्रस्ताव पर मत विभाजन की नौबत नहीं आयी, क्योंकि विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिन तक चली चर्चा का जवाब दिया। कुल दो घंटे 12 मिनट के भाषण में उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में अदालत का एक फैसला आया, हम जानते हैं। उसके पक्ष-विपक्ष में जो स्थितियां बनी, हिंसा का दौर शुरू हुआ, परिवारों ने अपने स्वजन खोये, महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए, ये अक्षम्य हैं, दोषियों को सजा दिलवाने के लिए केंद्र-राज्य मिलकर प्रयास कर रहे हैं। मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो कोशिशें चल रही हैं, निकट भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा। मणिपुर फिर नये आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा। मैं मणिपुर के लोगों से भी कहना चाहता हूं, बेटियों-माताओं-बहनों से कहना चाहता हूं कि देश और सदन साथ है। हम मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे, फिर शांति की स्थापना होगी। मणिपुर के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि राज्य फिर विकास पर आगे बढ़ेगा, उसमें कमी नहीं रहेगी। पूर्वोत्तर हमारे जिगर का टुकड़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री वहां चार सौ बार गये, वह खुद 50 बार गये। यह साधना है, वहां के प्रति समर्पण है। कांग्रेस का हर काम राजनीति, चुनाव के इर्द-गिर्द रहता है। पूर्वोत्तर में उनकी कोशिश रही कि जहां पर इक्का-दुक्का सीटें होती थीं, वे इलाके उनके लिए स्वीकार्य नहीं थे। वहां के लिए सौतेला व्यवहार कांग्रेस के डीएनए में है। मैं पिछले नौ साल के प्रयासों से कहता हूं कि हमारे लिए पूर्वोत्तर हमारे जिगर का टुकड़ा है। आज मणिपुर की समस्याओं को ऐसे पेश किया जा रहा है, जैसे बीते कुछ समय में ही वहां यह हालात पैदा हुए। पूर्वोत्तर की समस्याओं की एकमात्र जननी कांग्रेस है। वहां के लोग इसके जिम्मेदार नहीं है, कांग्रेस की राजनीति जिम्मेदार है।
राजनीति के लिए मणिपुर का दुरुपयोग ना करें
पीएम ने कहा कि 2047 में हिंदुस्तान विकसित भारत होगा। यह देशवासियों के परिश्रम, विश्वास, संकल्प, सामूहिक शक्ति, अखंड एक राष्ट्र विचार से होगा। यह मेरा विश्वास है। हो सकता है, जो बोला जाता है, वो रिकॉर्ड के लिए तो शब्द चले आयेगे। इतिहास हमारे कर्मों को देखने वाला है। मैंने संयम रखकर, उनके हर अपशब्द को हंसते हुए सुना। 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को अपनी आंखों के सामने रखकर चल रहा हूं। सदन के साथियों से निवेदन है, देश में मणिपुर से भी गंभीर समस्याएं आयीं, लेकिन मिलकर रास्ते निकाले। मिलकर चलें, मणिपुर को भरोसा देकर चलें, राजनीति के लिए मणिपुर का दुरुपयोग ना करें, दर्द की दवा बनकर काम करें। हमारी तरफ से तो समृद्ध चर्चा हुई। यह प्रस्ताव देश से विश्वासघात का प्रस्ताव है।
मणिपुर चर्चा हो सकती थी, लेकिन इन्होंने झूठ फैला रखा है
पीएम ने कहा, अगर इन्होंने मणिपुर पर चर्चा की गृह मंत्री की बात पर सहमति दिखाई होती, तो विस्तृत चर्चा हो सकती थी। विस्तार से जब इन्होंने बात रखी तो पता चला कि ये लोग कैसा झूठ फैलाते हैं, कितना पाप फैला रखा है। मणिपुर की स्थिति पर देश के गृह मंत्री ने बड़े धैर्य से और राजनीति के बिना सारे विषय को विस्तार से समझाया। उसमें देश की जनता को जागरूक करने का प्रयास था।
नयी दुकान पर कुछ दिनों में ताला लग जायेगा
पीएम ने कहा, जिन लोगों ने गमले में कभी मूली नहीं उगायी, वो खेतों को देखकर हैरान होने ही हैं। जिन्होंने हमेशा गाड़ी का शीशा डाउन करके दूसरों की गरीबी देखी है, उन्हें सब हैरान करने वाला लग रहा है। इन लोगों को पता है कि इनकी नयी दुकान पर कुछ दिनों में ताला लग जायेगा। आज इस चर्चा के बीच देश के लोगों को मैं बड़ी गंभीरता के साथ इस घमंडिया गठबंधन की आर्थिक नीति से भी सावधान करना चाहता हूं। ये घमंडिया गठबंधन ऐसी अर्थव्यवस्था चाहता है कि देश कमजोर हो। जिन आर्थिक नीतियों पर ये आगे बढ़ना चाहते हैं, जिस तरह खजाना लुटाकर वोट पाने का खेल खेल रहे हैं, आप आसपास के देशों में देख लीजिए। हमारे देश के राज्यों में भी इसका असर हो रहा है। चुनाव जीतने के लिए घोषणाएं की जा रही हैं। देशवासियों को सत्य समझाना चाहता हूं कि ये लोग भारत के दीवालिया होने की गारंटी है। ये अर्थव्यवस्था को डुबाने की गारंटी है। यह डबल डिजिटल महंगाई की गारंटी है। ये पॉलिसी पैरालिसिस की गारंटी है। तुष्टीकरण की गारंटी है। मोदी देश को गारंटी देता है कि तीसरे कार्यकाल में देश को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनायेंगे। लोकतंत्र में जिनका भरोसा नहीं होता, वो सुनाने को तैयार होते हैं, लेकिन सुनने का धैर्य नहीं होता। अपशब्द बोलो, भाग जाओ। कूड़ा-कचरा फेंक भाग जाओ। झूठ फैलाओ, भाग जाओ।
अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से निलंबित
पीएम के भाषण के बाद लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान को लेकर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आपत्ति जतायी। उन्होंने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कांग्रेस सांसद को सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि समिति की रिपोर्ट आने तक अधीर रंजन को निलंबित किया जाये। लोकसभा अध्यक्ष ने जोशी के प्रस्ताव पर मतदान कराया, जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।