नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने अधिकारियों से प्रक्रियाओं के सरलीकरण पर जोर देने का आह्वान करते हुए कहा कि अमृतकाल में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ काम किया जाना चाहिए।

सीतारमण ने गुजरात के केवडियां में मंगलवार को वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालयों के चिंतन शिविर के तीसरे और अंतिम दिन ‘हमारी दक्षता में सुधार’ विषय पर आयोजित सत्र के अपने समापन भाषण में ये बात कही। उन्होंने कहा कि सुधार नीति में प्रभावशीलता निरंतरता से जारी रहती है, जिसमें व्यक्तिगत और प्रणालीगत दक्षता दोनों पर ध्यान देना समय की मांग है। उन्होंने अधिकारियों से अगले 24 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए परिणाम देने के साधन विकसित करने के लिए नए और युवा सहयोगियों को लगातार सलाह देने का भी आह्वान किया।

वित्त मंत्रालय ने एक्स पोस्ट पर ट्विट कर दी जानकारी में बताया कि चिंतन शिविर के इस सत्र में चर्चा कौशल विकास, मजबूत संगठनात्मक प्रक्रियाओं को बनाए रखने, फ़ाइल प्रबंधन प्रणालियों को सुव्यवस्थित करने और निर्णय लेने में तेजी लाने के इर्द-गिर्द घूमती रही। मंत्रालय के मुताबिक चिंतन शिविर में वित्त मंत्री के साथ-साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और डॉ. भागवत किशनराव कराड के साथ दोनों मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version