रांची। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सीएम के स्तर से रविवार को शुरू की गयी मंईयां योजना पर सवाल किया है। एक्स पर सवाल करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पाकुड़ के गायबथान में मुख्यमंत्री मंईयां योजना की शुरूआत करने गये थे। पर विडंबना देखिए कि वहीं के जिस होपनी मरांडी, दांदु हेंब्रम, रानी मुर्मू की जमीन बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा लूट ली गयी थी, उसे नहीं लौटाया। झामुमो-कांग्रेस ने गरीबों को 72,000 सालाना देने का वादा किया था। हेमंत सोरेन के झूठे वादे की थोड़ी भरपाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट ने मुख्यमंत्री बहन-बेटी माई-कुई स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना पर अपनी मुहर लगायी थी।

अमर बाउरी के अनुसार हेमंत सरकार के बैनरों और योजनाओं से चंपाई सोरेन का नाम और निशान गायब है। फिर जेल से बाहर निकले हेमंत सोरेन ने सत्ता हथियाने का खेल शुरू किया। खैर, दूसरों के किये गये कार्यों पर क्रेडिट लेना और पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा दी गयी नौकरियों के नियुक्ति पत्र बांटने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पारंगत प्राप्त हैं। कहते हैं ना कि नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है, नहीं तो शक्ल बिगड़ जाती है। झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार की शक्ल पूरी तरह बिगड़ चुकी है, अंतिम गिनती चालू है।

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