नवादा। जिले में मुफस्सिल तथा हिसुआ थाने इलाके में डायरिया ने महामारी का रूप धारण कर लिया है। प्रखंड अस्पतालों में गंभीर स्थिति को देखते हुए 35 मरीजों को सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अजय कुमार ने शुक्रवार को बताया कि गंभीर हालत में पहुंचे मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था कर दी गई है 24 घंटे चिकित्सक की निगरानी में गंभीर रोग पीड़ित मरीजों को सदर अस्पताल में रखा जा रहा है।

नवादा के मुफस्सील थाना क्षेत्र और हिसुआ के गांधी टोला में डायरिया का भीषण प्रकोप देखने को मिला है। जिसके बाद लगभग 30 मरीज को नवादा की सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सदर अस्पताल में एक साथ इतने मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह कम पड़ गई थी।

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि मरीज को सही तरीके से एडजस्ट कर दिया गया है। दो वार्डो में मरीजों को रखा गया है ।बिस्तर की व्यवस्था कर दी गई । इसके पहले कई मरीजों को जमीन पर लेटाकर इलाज किया गया। वहीं एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को भर्ती कर दिया गया।

गांधी टोला के रहने वाले लोग बताते हैं कि बारिश हुई थी और फिर धीरे-धीरे करके अलग-अलग घरों में लोगों की तबीयत बिगड़ना शुरू हुआ । लगभग गांव में 30 से 35 मरीज का तबियत बिगड़ा गई है। जहां कुछ लोग प्राइवेट अस्पताल में जाकर भर्ती हो गए हैं। तो वहीं कुछ लोग सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवा रहे हैं।

अचानक इतनी मरीज पहुंचने के बाद अस्पताल की व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। फिलहाल सभी मरीजों का इलाज नवादा की सदर अस्पताल में किया जा रहा है। आलम यह है कि अस्पताल में मात्र 72 बेड है और मरीज का आंकड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया है कि अब मरीज को जमीन पर सोना पड़ रहा था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version