रांची। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि राज्य की दशा और दिशा से आप सब परिचित हैं। चाहे युवा हो, किसान हो, महिला हो, दलित हो, आदिवासी हो, पिछड़ा हो, सामान्य हो, किसी वर्ग को कुछ नहीं मिला। ना युवाओं को नौकरी मिली, ना महिलाओं को सम्मान मिला। यह दुर्दशा इस सरकार के गठन के प्रारंभ से ही देखी जा रही है। यह परिवारवादी सरकार बात आदिवासियों की करती है लेकिन एक आदिवासी मुख्यमंत्री को हटाने के लिए कैसी नीति अपनायी गयी, देखा गया। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है। योजना में घपला हो रहा, जेपीएससी, जेएससीसी में परीक्षा होने के बाद परिणाम नहीं आ रहा है तो कहीं किस्तों में परिणाम आ रहा है। सरकार की मंशा परीक्षा परिणाम जारी करने में खेल करना चाहती है। स्थानीय नीति और रोजगार के मामले में सरकार फेल है। सरकार ने जो भी वादा किया, एक भी वादा पूरा नहीं किया। झारखंड में 7000 बलात्कार का केस और एक भी अपराधी को सजा नहीं। यह सरकार महिलाओं को क्या न्याय दिलायेगी। यहां की सरकार पश्चिम बंगाल का चरित्र अपना रही है। यह कार्यक्रम राज्य की जनता को न्याय दिलाने के लिए है।