रांची। छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव से झारखंड के गुमला तक फोरलेन ग्रीनफील्ड रोड निर्माण की मंजूरी मिल गयी है। भारत सरकार ने रायपुर-धनबाद आर्थिक कॉरिडोर के तहत बन रहे हाइ स्पीड रोड के अंतिम सेक्शन के निर्माण की भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस सड़क को 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जायेगा।
पहले से रांची से पलमा-गुमला रोड और रांची के ओरमांझी-बोकारो-धनबाद तक की सड़क निर्माण का काम चल रहा है। इसमें दो सेक्शन का काम भी पूरा हो गया है। अब आखिरी चरण छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव से गुमला तक की फोरलेन रोड बनाने की स्वीकृति दी गयी है। हालांकि रायपुर धनबाद इकोनामिक कॉरिडोर में 4,473 करोड रुपये खर्च आ रहे हैं।
एनएचएआइ के अधिकारियों ने बताया कि यह सड़क 32 किमी लंबी है, जो पूरी तरह से ग्रीनफील्ड बनेगी। यह गुमला के लिए रिंग रोड के तहत काम भी करेगी। भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियारा का निर्माण कराया जा रहा है। पत्थलगांव से गुमला तक की इस सड़क निर्माण के लिए जमीन आदि भी चिह्नित कर लिया गया है। इसका अधिकांश हिस्सा छत्तीसगढ़ में ही पड़ रहा हैए गुमला में रिंग रोड के तहत यह सड़क बनेगी। इससे शहर के वाहनों का जाम भी काफी कम होगा। पहले गुमला बाइपास से ही इसका एलाइनमेंट था, लेकिन बाद में जमीन और फॉरेस्ट का कुछ अड़चन आने की वजह से इसका एलाइनमेंट बदल गया और अब गुमला के विलेज भरदा से यह रोड गुजरेगी, जो चांदली होते हुए छत्तीसगढ़ सीमा में प्रवेश करेगी।
विकास का द्वार खोलेगी यह सड़क
रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियार सिंगल कॉरिडोर के तहत काम करेगा। यह राज्यों के पिछड़े इलाकों को प्रमुख शहरों से जोड़ने का काम करेगा। यह न सिर्फ स्वास्थ्य सुविधा के लिए अस्पतालों तक पहुंच बल्कि स्कूल-कॉलेज, बाजार तक आने जाने में भी बड़ी भूमिका निभायेगा। कॉरिडोर निर्माण से पूरे क्षेत्र का विकास भी होगा।