पटना। बिहार सहित उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश की वजह से राज्य में बाढ़ की स्थिति भयावह बनती जा रही है। राज्य में गंगा किनारे बसे जिले, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, भोजपुर, खगड़िया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा और कटिहार के कई निचले इलाकों में बाढ़ से आम जन जीवन प्रभावित हुआ है।
जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, “गंगा नदी बक्सर, पटना के मनेर, दानापुर, दीघा घाट, गांधी घाट, बांका घाट और मोकमा स्थित हाथीदह घाटों पर शनिवार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
भागलपुर में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण अकबरनगर और उसके आसपास के गांव और रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इंग्लिश चिचरौन, श्रीरामपुर, महेशी, पैन, मकंदपुर और खरैहिया जैसे दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ का पानी भागलपुर सुलतानगंज एनएच-80 को पार कर गया है। भवनाथपुर के पास करीब एक किलोमीटर तक पानी एनएच 80 पर करीब 3 फीट तक बह रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, “पटना, भोजपुर, वैशाली, मुंगेर, खगड़िया,लखीसराय और भागलपुर सहित गंगा के किनारे बसे ज़िलों में बाढ़ का निचले इलाकों में फैल गया है।
भागलपुर के एनएच-80 पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। भोजपुर ज़िले की 11 पंचायतों के 21,700 प्रभावित लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुचाया गया है, जबकि पटना में करीब 90 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।” आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित ज़िलों के प्रशासन को अलर्ट रहने और एहतियाती कदम उठाने को कहा है।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर अभी तक कोई चिंताजनक स्थिति नहीं है। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण राज्य में गंगा, गंडक, कोसी, गंगा, बूढ़ी गंडक, महानंदा और कमला नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
पटना में बाढ़ की स्थिति (खतरे के निशान से)
दीघाघाट में गंगा नदी का जलस्तर 119 सेंटीमीटर ऊपर
गांधीघाट में गंगा नदी का जलस्तर 159 सेंटीमीटर ऊपर
हाथीदाह में गंगा नदी का जलस्तर 145 सेंटीमीटर ऊपर
श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 97 सेंटीमीटर ऊपर
मनेर में सोन नदी का जलस्तर 145 सेंटीमीटर ऊपर