शरद यादव के आज आगमन के बाद मीडिया में दिए बयान पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व्आ राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह ने करारा जवाब दिया है. शरद यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि शरद यादव को बोलने से पहले सोचना चाहिए कि वह किसके साथ खड़े हैं? शरद यादव पर राजद सुप्रीमों लालू यादव को लेकर तंज कसते हुए कहा कि वो तो खुद भ्रष्टाचार में सजायाफ्ता लोगों के साथ खड़े हैं.

जदयू प्रदेश कार्यालय में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि शरद यादव खुद में झांक कर देखते नहीं और अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं. गौरतलब है कि शरद यादव ने बिहार में अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली स्थिति को लेकर बयान दिया था तथा सूबे की नीतीश बीजेपी सरकार के अलावे केंद्र की बीजेपी सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरा था. सिंह ने उन्हें याद दिलाते हुए कहा कि वह दिन भूल गए जब वह अपने लोकसभा चुनाव के दौरान गिनती में हुई धांधली के खिलाफ धरना पर बैठे थे. दोबारा गिनती में वह चुनाव जीत गए थे. उस समय कौन सा राज था? शरद यादव से पूछते हुए कहा कि ऐसा कोई अपराधी है क्या जिसे छुड़ाने या बचाने के लिए नीतीश कुमार ने कभी कोई पैरवी की हो?

उन्होंने कहा कि शरद यादव का बिहार में कोई आधार नहीं है. कभी जदयू तो कभी लालू प्रसाद के सहारे बिहार आते हैं और यहां घूमते रहे हैैं. उनकी बिहार में अपनी क्या पहचान है? जदयू तो उन्हें ढो रहा था. महासचिव ने शरद यादव के अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि वो अब बताएं कि बिहार में कहां अंधेरा है? यह पता कर लेना चाहिए कि बिहार में 2005 में बिजली की क्या स्थिति थी? अभी बिहार में 4200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. शरद यादव के जीएसटी वाले बयान पर जवाब देते हुए कहा कि जीएसटी पर शरद यादव को कुछ समझ ही नहीं है. राज्य सभा में जब जदयू को इस विषय पर बोलने के लिए अठारह मिनट का समय मिला तो डेढ़ से दो मिनट में उन्होंने अपना संबोधन खत्म कर दिया. कार्रवाई के मुद्दे पर उनका कहना था जदयू ने सीधी कार्रवाई की है और चुनाव आयोग भी उनके दावों को ख़ारिज कर चुका है.

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