इटखोरी। एंटी करप्शन ब्यूरो हजारीबाग की टीम ने जिला में बड़ी कार्रवाई करते हुए इटखोरी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नीलम बाला को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सीडीपीओ को एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर उनके इटखोरी प्रखंड मुख्यालय स्थित कार्यालय कक्ष से ही गिरफ्तार किया है। सीडीपीओ मयूरहंड प्रखंड की तेली टोला आंगनबाड़ी की एक सेविका अनिता देवी से पोषाहार की राशि निर्गत करने के नाम पर 31 सौ रुपये बतौर घूस ले रही थी। इसी दौरान पूर्व से घात लगाये एसीबी की टीम ने उन्हें धर दबोचा।
सीडीपीओ को गिरफ्तार करने के बाद टीम में शामिल अधिकारियों ने कार्यालय कक्ष में दस्तावेजों की भी जांच की। उसके बाद उन्हें अपने साथ हजारीबाग ले गये। जानकारी के अनुसार मयूरहंड प्रखंड अंतर्गत तेली टोला आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका अनिता देवी से पोषाहार की राशि निर्गत करने के नाम पर सीडीपीओ नीलम बाला लंबे समय से पैसे की मांग कर रही थी। इसकी शिकायत पीड़ित सेविका ने एंटी करप्शन ब्यूरो हजारीबाग में की थी। शिकायत के आधार पर डीएसपी राहुल देव बड़ाइक के नेतृत्व में एसीबी की टीम मामले की जांच को लेकर इटखोरी पहुंची थी। जांचोपरांत आरोपों को सही पाते हुए टीम ने घूसखोर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को ट्रैप करने को लेकर जाल बिछाया और अंतत: उसे कार्यालय कक्ष से ही 31 सौ रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी ने बताया कि सीडीपीओ द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने से संबंधित लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद कार्रवाई की गयी है।
एसीबी की इस कार्रवाई से इटखोरी में हड़कंप मच गया है। टीम में डीएसपी के अलावा पुलिस निरीक्षक इंदू भूषण ओझा और अन्य शामिल थे। बता दें कि सीडीपीओ कुछ ही महीनों में रिटायर्ड होनेवाली थी। वे कुछ महीनों से वजन बढ़ने के कारण अस्वस्थ रहती थी।