अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों के आत्महत्या का मामले ने कुछ ही महीने पहले दिल्ली के बुराड़ी केस को जेहन में ताजा कर दिया। अहमदाबाद के नरोदा निवासी बिजनसमैन और मोटिवेशनल स्पीकर कुणाल त्रिवेदी, उनकी पत्नी (47) और उनकी 16 साल की बेटी शिरीन ने मंगलवार शाम आत्महत्या कर ली। यह घटना मंगलवार रात साढ़े दस बजे अवनी हिल अपार्टमेंट में हुई। बता दें कि दिल्ली के बुराड़ी में भी 11 लोगों ने खुदकुशी कर ली थी और इसके पीछे जादू-टोना वजह बताई गई थी।
कुणाल ने फांसी लगाकर आत्महत्या की वहीं उनकी पत्नी और बेटी ने जहर खाकर जान दे दी। सूत्रों के अनुसार, कुणाल ने दोनों की चाय में जहर मिलाया था जिसके बाद उन्होंने खुद को भी खत्म कर लिया। पुलिस को घटनास्थल से कीटनाशक का पैकेट मिला है। कुणाल की मां जयश्री (75) गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
सूइसाइड नोट पढ़कर पुलिस भी हैरान
जांच के दौरान पुलिस को दो पेज का सूइसाइड नोट मिला जिसमें कुणाल ने लिखा था उन पर काले जादू का प्रभाव था लेकिन उनकी मां ने यह बात मानने से इनकार कर दी। पुलिस ने फिलहाल आत्महत्या के पीछे किसी वजह की पुष्टि नहीं की और सूइसाइड नोट पढ़कर पुलिस भी हैरान है।
काले जादू की वजह से आत्महत्या करने को मजबूर हुआ परिवार!
जब पुलिस मंगलवार रात अपार्टमेंट पहुंची तो उन्हें कुणाल, उनकी पत्नी और बेटी मृत अवस्था में मिले। वहीं कुणाल की मां जयश्री बेहोशी की हालत में थीं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऐसा माना जा रहा है कि बेडरूम से मिला सूइसाइड नोट कुणाल ने ही लिखा है। उसमें यह भी लिखा है कि उनकी इच्छा शक्ति काफी मजबूत है और उनकी डिक्शनरी में सूइसाइड नाम का कोई शब्द नहीं है लेकिन वह ऐसा करने को मजबूर हैं क्योंकि वह काले जादू के प्रभाव में हैं।
‘काली शक्ति शराब पिलाती है…’
सूइसाइड नोट में काली विद्या का भी जिक्र है। इसमें दावा किया गया कि काली शक्ति उसे शराब पीने को मजबूर करती थी, जबकि वह शराब नहीं पीना चाहता था। शराब पीने की वजह से लोग उसे शराबी भी कहते थे, जिससे वह तंग आ गया था। ऐसे में उसने अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुदकुशी कर ली।
आर्थिक रूप से संपन्न था परिवार
सूत्रों के अनुसार, कुणाल ने हाल ही में बोपाल से न्यू नरोदा में एक किराये के फ्लैट में शिफ्ट हुए थे। उन्होंने अपनी बेटी के नाम पर एक कॉस्मेटिक्स मार्केटिंग कंपनी भी शुरू की थी। एक हफ्ते पहले ही उन्होंने बोपाल में अपना बंगला भी बेच दिया था। यह भी पाया गया कि परिवार आर्थिक रूप से संपन्न था और उनका नया बिजनस अच्छा चल रहा था।