लोहरदगा। समाहरणालय सभागार में पोषण माह को लेकर जिलास्तरीय कार्यशाला आयोजित की गयी। समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त विनोद कुमार ने कहा कि सरकार की यह प्रतिबद्धता है कि राज्य के प्रत्येक बच्चे को पौष्टिक आहार मिले। बच्चे की जन्म के तुरंत बाद ही अच्छे और पौष्टिक आहार की शुरूआत हो जाती है। जन्म से छ: मास तक प्रत्येक माता को सिर्फ और सिर्फ अपने शिशु को स्तनपान कराना चाहिए। यह बच्चे के लिए अमृतपान के सामान है। साथ ही उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र प्रत्येक गांव स्तर पर होता है जहां महिलाओं और माताओं को पौष्टिक भोजन नि:शुल्क प्राप्त होता है जरुरत है तो एक जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इस सुविधा जा लाभ दिलाने की।

उन्होंने कहा कि पोषण के महत्व के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सही पोषण से बच्चों की बढ़त अच्छी होती है। और दिमाग का विकास होता हैं। सही पोषण से बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है और बार-बार बीमार नहीं पड़ते। पोषण से ही बार-बार बीमार होने से बचा जा सकता है और कुपोषण के दायरे से मुक्ति भी पायी जा सकती है। सही पोषण से बीमारी नहीं होती, इसका असर एक व्यक्ति के जीवन पर देखने को मिलता है, उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होती है, बच्चों की एकाग्रता बढ़ जाती है और पढ़ाई में मन लगता है। देश का बेहतर भविष्य सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि सितम्बर माह में कुपोषण को दूर करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। समन्वित प्रयास में सरकारी अधिकारियों के साथ साथ इसमे जनसहभागिता की आवश्यकता है।

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