जमशेदपुर. झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा सोमवार को शहर आए। उन्होंने भाजपा के मिशन 2019 से लेकर झारखंड के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न राजनैतिक मसले पर बातचीत हुई। लक्ष्मण गिलुवा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि लोस चुनाव के साथ झारखंड विस चुनाव नहीं होगा।
लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराना मुश्किल : उनका कहना है कि लोस चुनाव व झारखंड विस चुनाव में छह माह से अधिक का अंतर है। ऐसे में यहां लोस चुनाव के साथ राज्य विस चुनाव कराना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि लोस चुनाव के साथ 6-7 राज्य में विस चुनाव जहां होना है, वहां एक साथ लोस के साथ राज्य विस चुनाव होगा। लेकिन उसमें झारखंड शामिल नहीं है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि वे चाईबासा से लोस चुनाव लड़ेंगे। लोस की सभी 14 सीटों को भाजपा जीतेगी। संगठन वैसे लोगों को लोस व विस चुनाव का टिकट देगी जो चुनाव जीतेंगे। विधानसभा कोर कमेटी का गठन भी जिलाध्यक्ष स्तर से कर लिया गया है। संगठन एकजुट है। अभी बड़े स्तर पर झारखंड में कोर कमेटी बनेगी।
सवाल : भाजपा का मिशन 2019 का लक्ष्य क्या है और तैयारी कैसी है ?
जवाब : मिशन 2019 की तैयारी संगठन में व्यापक स्तर पर चल रही है। केंद्र व राज्य में फिर से हमारी सरकार बने, इसका रिहर्सल कर रहे है, ताकि कमियों को तुरंत दूर किया जाए। भाजपा ने लोस में 300 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य लिया है। इसमें झारखंड के 14 लोस सीट पर जीत दर्ज करना है।
सवाल : झारखंड के 14 लोस सीट पर जीत का क्या फॉर्मूला होगा और भाजपा टिकट किसे देगी, कोई बाहरी नेता भी बोरो प्लेयर होगा?
जवाब : संगठन उसी को टिकट देगा, जो प्रत्याशी चुनाव जीत पाएंगे। इसमें नया चेहरा भी हो सकता है। भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा बाहरी में कोई भी गोरा व काला प्रत्याशी बन सकता है।
सवाल : आप ट्राइबल नेता हैं, ऐसे में क्या आप सीएम बनेंगे?
जवाब : वे लोस चुनाव लड़ेंगे। इसकी तैयारी कर रहे हैं। संगठन जिसे चाहेगा वह सीएम बनेगा। सीएम उनके लिए कोई मुद्दा नहीं है। वे कार्यकर्ता रहेंगे, विस चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में सीएम तय होता है।
सवाल : झारखंड विस चुनाव में आदिवासी व गैर आदिवासी सीएम का मुद्दा रहेगा, सीएम कौन बनेगा?
जवाब : झारखंड में भाजपा नेतृत्व ने दो आदिवासी नेता बाबूलाल मरांडी व अर्जुन मुंडा को सीएम बनाया। गैर आदिवासी सीएम बनाया है, रघुवर दास के नेतृत्व में सरकार चल रही है। आलाकमान को लगा कि गैर आदिवासी का भी नेतृत्व करने वाला सीएम होना चाहिए तो भाजपा ने यह करके भी दिखाया। भविष्य में संगठन को लगेगा कि आदिवासी, दलित व पिछड़ा शोषित समाज से भी सीएम बनना चाहिए तो संगठन ही तय करेगा।
सवाल : कोल्हान प्रमंडल कोर कमेटी गठन में पारदर्शिता नहीं रखी गई है, संगठन की एकजुटता पर सवाल उठ रहा है?
जवाब : विस कोर कमेटी का गठन जिलाध्यक्ष स्तर से हुआ है। संगठन एकजुट है। अभी बड़े स्तर पर झारखंड में कोर कमेटी बनेगी। सभी की रायशुमारी ली जाएगी। कोल्हान प्रमंडल कोर कमेटी गठन को लेकर भ्रम हो गई होगी। कई को कमेटी के बारे में सही से जानकारी नहीं है।