बीते दिनों खबर मिली कि चीन भारत के 10 हजार से ज्यादा लोगों की जासूसी करने में लगा है और अब चीन ने इससे भी आगे जाकर सीधे भारत के अंदरूनी सुरक्षा पर हमला किया है। चीन की ये हरकत भारत के लिए काफी खतरनाक हो सकती है।
खबर है कि चीन के हैकर्स ने भारत के नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर (NIC) पर सेंध मारी की है। इस सेंटर के कई कंप्यूटरों को हैक कर लिया गया। इस बारे में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पास सितंबर में ही केस दर्ज कराया गया था।
इस सेंटर के कम्प्यूटर्स में भारतीय सुरक्षा, वीवीआईपी जैसे प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और नागरिकों से जुड़े डेटा उपलब्ध रहते हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, सेंटर पर ये साइबर अटैक बेंगलुरु की एक फर्म से किया गया था।
इसकी शुरूआत तब हुई जब एनआईसी के कर्मचारियों को एक मेल आया था। जिसपर एक लिंक दिया गया था। इस लिंक पर क्लीक करते ही सारा डेटा गायब हो गया।
खबर मिली है कि हैकर्स ने इस साइबर हमले में करीब 100 से ज्यादा कम्प्यूटर्स को निशाना बनाया गया था जिसमें से कुछ एनआईसी के थे और बाकी आईटी मिनिस्ट्री से संबंधित थे।
फ़िलहाल इस मामले में अब जांच चल रही है। इससे पहले भी खबर आती रही है कि चीन भारत में जासूसी करने के लिए कई तरह के प्लान बना रहा है। कुछ एप्स के द्वारा और कुछ जासूसी कंपनियों को हायर करते हुए चीन ने भारत में जासूसी कराने के तरीके निकाले हैं।
सरकार इस तरफ गंभीरता से सोच रही है और इसी के चलते सरकार ने 10 हजार भारतीय लोगों की जासूसी कराने वाले मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई है जो 30 दिन के अंदर मामले को सुलझाएगी।