भारत स्थिति चीनी दूतावास ने कहा है कि भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अलग-अलग जगहों से अवैध तरीक़े से सीमा पार की है.

चीनी दूतावास ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. दूतावास का कहना है, ”चीन ने औपचारिक तरीके से भारत से सीमावर्ती सैनिकों को नियंत्रित करने का आग्रह किया है.”

साथ ही चीनी दूतावास ने अपनी वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट भी डाला है जिसमें बताया गया है कि दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने भारत-चीन सीमा स्थिति को लेकर मीडिया को ये जानकारी दी है.

उनसे भारतीय सैनिकों के पंन्गोंग त्सो के दक्षिणी किनारे पर अवैध तरीक़े से घुसने को लेकर सवाल पूछा गया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि 31 अगस्त को भारतीय सैनिकों ने भारत-चीन के बीच बनी सहमति का उल्लंघन किया है.

भारत ने पंन्गोंग त्सो के दक्षिणी किनारे और पश्चिमी सेक्टर में रेकिन पास के नज़दीक सीमा का उल्लंघन किया है. भारत की इस उकसावे भरी कार्रवाई ने सीम पर तनाव बढ़ा दिया है. चीन ने भारत से सीमावर्ती सैनिकों को नियंत्रित करने, प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने, अवैध रूप से सीमा पार करने वाले सैनिकों को वापस बुलाने और तनाव बढ़ाने वाली किसी भी कार्रवाई को रोकने का आग्रह किया है.

वहीं, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शीर्ष अधिकारियों के साथ भारत-चीन सीमा पर स्थिति की समीक्षा की है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस संबंध में आज एक उच्च स्तरीय बैठक बुला सकते हैं.

इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को कहा था कि चीन के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में सीमा पर बनी सहमति का उल्लंघन किया है.

सरकार ने कहा था कि चीनी सैनिकों ने उकसाऊ क़दम उठाते हुए सरहद पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोक दिया. भारतीय सेना संवाद के ज़रिए शांति बहाल करने का पक्षधर है लेकिन इसके साथ ही अपने इलाक़े की अखंडता की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध है.

भारतीय सेना के बयान को पीआईबी की ओर से जारी किया गया है.

भारतीय सेना के अनुसार यह झड़प 29-30 अगस्त की रात हुई है. हालांकि, चीन ने अपने सैनिकों के एलएसी को पार करने की ख़बरों का खंडन किया है.

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