रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में अब कोई भी महिला सड़क पर हड़िया-दारु बेचती नहीं दिखे, यह राज्य सरकार का संकल्प है। कोई भी महिला हड़िया-दारु बनाने और बेचने का कार्य मजबूरी में ही करती हैं। हड़िया-दारु बनाने और बेचने वाली महिलाओं को अब आजीविका से जोड़कर तथा हरसंभव मदद कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का काम सरकार करेगी। अभियान चला कर इन महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा। सरकार ने इसकी शुरुआत कर दी है। सीएम ने कहा कि शराब बेचकर परिवार चलाने के लिए अब महिलाएं मजबूर न हों, इसे लेकर तीन अभियान का शुभारंभ किया गया है। सीएम हेमंत सोरेन ने मंगलवार को झारखंड मंत्रालय के सभागार में योजनाओं को लांच करते हुए उक्त बातें कहीं।
सीएम ने कहा कि आने वाले समय में पलाश ब्रांड को देश और दुनिया में अलग पहचान देनी है। हम सभी को पलाश ब्रांड को एक विश्वस्तरीय ब्रांड बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। सीएम ने कहा कि मैं स्वयं अपने घर में पलाश ब्रांड के उत्पाद का उपयोग करूंगा। तीनों योजनाओं के तहत राज्य के 17 लाख परिवारों को जोड़ने की पहल की उन्होंने सराहना की।
राज्य सरकार रोजगार देने में सक्षम
ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार रोजगार देने में सक्षम है। हमारी सरकार लॉकडाउन की स्थिति में 7 लाख 62 हजार लोगों को रोजगार देने में सफल रही है। वर्तमान में प्रतिदिन छह लाख 50 हजार लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। इस मौके पर मंत्री चंपाई सोरेन, बन्ना गुप्ता, बादल, सत्यानंद भोक्ता, विधायक अंबा प्रसाद, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सचिव आराधना पटनायक, जेएसएलपीएस के सीइओ राजीव कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
अब हड़िया-दारु बेचती नहीं दिखेंगी महिलाएं : हेमंत
Previous Articleमां छिन्नमस्तिका मंदिर में देवेंद्र फडणवीस ने माथा टेका
Next Article हाथरस केस: परिजनों का विरोध, पुलिस का पहरा