नयी दिल्ली। भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार दो महिला अफसर सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को वॉर शिप पर तैनात किया जायेगा। इन दोनों को हेलिकॉप्टर स्ट्रीम में आॅब्जर्वर (एयरबोर्न टैक्टिशियंस) के पद के लिए चुना गया है। नौसेना में अब तक महिला अफसरों को फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट तक सीमित रखा गया था। महिला अफसरों को जंगी जहाजों पर तैनाती की खबर ऐसे वक्त में सामने आयी है, जब भारतीय वायुसेना ने भी महिला लड़ाकू पायलट को राफेल विमानों की फ्लीट को आॅपरेट करने के लिए शॉर्टलिस्ट किया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंबाला में भारतीय वायुसेना के राफेल स्क्वॉड्रन को पहली महिला फाइटर पायलट जल्द मिल जायेगी। वायुसेना की 10 महिला फाइटर पायलट प्रशिक्षण से गुजर रही हैं। इनमें से एक 17 स्क्वाड्रन के साथ राफेल जेट उड़ायेगी। 10 सितंबर को अंबाला में 5 राफेल एयरक्राफ्ट को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। भारत ने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदे हैं। इनमें पांच भारत आ चुके हैं। बाकी 2021 के आखिर तक भारतीय वायु सेना के हिस्सा होंगे।
17 अफसरों को ‘विंग्स’ से किया गया सम्मानित
सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह समेत 17 अफसरों को सोमवार को ‘आॅब्जर्वर’ के रूप में स्नातक होने पर विंग्स से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम कोच्चि में आइएनएस गरुड़ पर हुआ। इनमें 13 अफसर रेगुलर बैच से हैं और चार महिला अफसर शॉर्ट सर्विस कमीशन से हैं। ये अफसर भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के समुद्री टोही जहाजों और पनडुब्बी-रोधी जंगी जहाजों में तैनात होंगे। इस प्रोग्राम में रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने कहा था कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है। इनमें पहली बार महिलाओं को हेलिकॉप्टर आॅपरेशन की ट्रेनिंग दी जा रही है। 91 वें रेगुलर कोर्स और 22 वें एसएससी आॅब्जर्वर कोर्स के अफसरों को एयर नेविगेशन, फ्लाइंग प्रोसिजर, एयर वॉरफेयर, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर का प्रशिक्षण दिया गया।