रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक कुमार ने बुधवार को भारती राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव 2022 के पोस्टर का विमोचन किया। विमोचन कार्यक्रम का आयोजन चित्रपट झारखंड की ओर से सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया था।
मौके पर आलोक कुमार ने कहा कि स्थानीय भाषा, संस्कृति तथा परंपरा का विकास फिल्मों में निहित है। भारतीय फिल्म नवरस से भरा पड़ा है। इसमें हास्य व्यंग आदि चीजों का समागम है। भारतीय फिल्म मनोरंजन की विधा को पूरा विश्व स्वीकार करता है। अब पश्चिम के फिल्मों में संवेदना, गीत – संगीत प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो भारतीय फिल्मों की विचारधारा से प्रेरित है। भारतीय परंपरा में मनोरंजन को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। मानवीय सभ्यता के उदय से लेकर वर्तमान समय तक मनोरंजन को अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम माना जाता है। चाहे वह गायन, नाटक या चित्र हो, मनोरंजन सर्वोच्च रहा है।
उन्होंने कहा कि कालिदास का अभिज्ञान शकुंतलम के नाटक के माध्यम से मनोरंजन की अभिव्यक्ति की गई है। लालटेन के सहारे रामलीला का मंचन पुराने समय में होता रहा है। सभी में यह देखा गया है कि आदिम काल से मनोरंजन स्थानीय भाषा, संस्कृति तथा परंपरा के विकास का घोतक रहा है।
उल्लेखनीय है कि 18 से 20 फरवरी 2022 तक भोपाल में चित्रपट भारती की ओर लघु फिल्मोत्सव का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर चित्रपट झारखंड द्वारा आयोजित कथा लेखन प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें प्रथम स्थान डॉ. लोधा उरांव, द्वितीय स्थान प्रकाश मिश्रा तथा तृतीय स्थान मयंक मिश्रा को प्राप्त हुआ।
मौके पर सरला बिरला विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. प्रदीप वर्मा, कुलसचिव डा. विजय कुमार सिंह, आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख धनंजय सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रांची विभाग बौद्धिक प्रमुख आशुतोष कुमार, डाक्टर सुशील अंकन, डा. संदीप कुमार, प्रो आरएम झा, डा. भारद्वाज शुक्ला तथा समन्वयक नंद कुमार सिंह उपस्थित थे।