स्पीकर के फैसले पर भाजपा बिफरी, चालू सत्र में भी उठायेगी मामला
रांची (आजाद सिपाही संवाददाता)। विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए कमरा आवंटित किये जाने के मुद्दे पर सियासत गरम हो गयी है। स्पीकर के इस फैसले को विपक्षी भाजपा ने तुष्टीकरण की संज्ञा देते हुए परिसर में मंदिर और पूजा के लिए जगह आवंटित करने की मांग की है। उधर सत्तारूढ़ झामुमो ने भाजपा पर बेवजह का विवाद खड़ा करने और ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है। संभावना है कि विधानसभा के चालू सत्र में भी यह मुद्दा जोर-शोर से उठेगा। बता दें कि विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए दो सितंबर को अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के र्निदेश पर एक विशेष कमरा आवंटित किया गया था।

हनुमान मंदिर के लिए जगह मिले: भाजपा
भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर के लिए भी जगह देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह यदि विधानसभा को धर्म के आधार पर बांटा गया, तो झारखंड जलने लगेगा। इसके जिम्मेदार विधानसभा अध्यक्ष होंगे। स्पीकर को तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ तीन विधायकों के लिए अलग से कमरा आवंटित किया जा सकता है, तो 65 विधायकों के लिए कम से कम 15 कमरे आवंटित होने चाहिए। नहीं तो एक बड़ा हॉल मिले, जहां यह हनुमान चालीसा या सत्यनारायण पाठ किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती आयी है, लेकिन अब विधानसभा की तरफ से भी तुष्टीकरण शुरू हो गया है। इधर भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि हिंदुओं को भी विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर बनाने की इजाजत दी जाये। हमें नमाज से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन हमें भी विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर के लिए जगह मिलनी चाहिए। अगर स्पीकर इसकी अनुमति देते हैं और जगह आवंटित कर देते हैं, तो हम अपने पैसे से मंदिर बनायेंगे।

धर्म के नाम पर दंगा-फसाद न करे भाजपा: सुप्रियो
इस मसले पर सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा इस राज्य में धर्म के नाम पर समाज को बांटना चाहती है। हम यह कहना चाहते हैं कि आपको भी अगर अपनी प्रार्थना के लिए जगह सुनिश्चित करानी हो, तो इस तरह की ओछी राजनीति न करें। विधानसभा में पर्याप्त स्थान है। एक स्थान आपके लिए भी आरक्षित किया जायेगा। लेकिन धर्म के नाम पर राज्य में दंगा-फसाद न करें। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान की मूल आत्मा में धर्मनिरपेक्षता है। संसद भवन में भी प्रार्थना के लिए स्थान निर्धारित है। नयी विधानसभा में भी इसके लिए स्थान निर्धारित किया गया। पुरानी विधानसभा में भी इसके लिए स्थान निर्धारित था। पांच वक्त का नमाज इस्लाम धर्म को माननेवाले लोगों के लिए विशेष महत्व का होता है। इसलिए एयरपोर्ट पर भी डेडिकेटेड प्रेयर स्थल होते हैं। चूंकि भाजपा में गंदी मानसिकता के लोग भरे पड़े हैं। वे इस फिराक में रहते हैं कि कैसे सांप्रदायिकता के नाम पर लोगों को बांटा और लड़ाया जाये। वे मुंह में राम और बगल में छुरी लिये रहते हैं।

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