आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। फेडरेशन ऑफ़ इंडियन चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तत्वावधान में मुंबई में आयोजित फ्रेम्स 2022 में रांची के सांसद संजय सेठ बतौर उद्घाटनकर्ता और वक्ता शामिल हुए। राष्ट्र निर्माण में मीडिया और इंटरटेनमेंट क्षेत्र की भूमिका पर उन्होंने अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में जाने-माने अभिनेता रणवीर सिंह और फिल्म प्रोड्यूशर रमेश सिप्पी भी शामिल हुए। भारत सरकार के आइटी सचिव अपूर्व चंद्रा, अरुण चावला और अन्य अतिथियों के साथ सांसद ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस सत्र की अध्यक्षता व्हाट्सएप इंडिया के प्रमुख शिवनाथ ने की, वहीं इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महाराष्ट्र से राज्यसभा की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कर्नाटक से सांसद सुमन लता भी मौजूद रहीं।
सांसद संजय सेठ ने इस अवसर पर मीडिया और इंटरटेनमेंट के क्षेत्र में आयी विसंगतियों की तरफ भी ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के द्वारा कई यूट्यूब चैनल पर बैन लगाने का प्रयास सराहनीय है। आज हर उस चीज पर रोक लगनी चाहिए, जो समाज और राष्ट्र के पक्ष में नहीं है, साथ ही जिससे समाज और राष्ट्र पर नकारात्मक असर पड़े। ऐसी चीजों को रोकने का काम समाज को करना चाहिए। सांसद ने कहा कि इस देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर, फिल्म जगत के क्षेत्र में ऐसी चीजें बननी चाहिए, जिससे भारतीय संस्कृति का संवर्धन हो, परिवारों का जुड़ाव हो। गुल्लक और पंचायत जैसे वेब सीरीज ने हमारी संस्कृति को समझने का बेहतर अवसर दिया है। इस क्षेत्र से जुड़े निर्माताओं को ऐसी चीजें बनानी चाहिए, जिसमें लोग परिवार के महत्व को समझ सकें। ऐसी चीजें हर प्लेटफार्म पर आनी चाहिए और उनका स्वागत किया जाना चाहिए। किसी भी कीमत पर मनोरंजन के नाम पर भारतीय संस्कृति पर हमला और खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सांसद ने स्पष्ट कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी और मनोरंजन के नाम पर भारतीय सांस्कृतिक धरोहरों का अपमान, हिंदू देवी देवताओं का अपमान, भारतीय परिवार को खंडित करके दिखाना, ये सारी चीजें समाज में बिल्कुल स्वीकार्य नहीं हो सकती हैं। यहां आये सभी मीडिया एंटरटेनमेंट क्षेत्र के लोगों से सांसद ने यह आग्रह किया कि आप सब ऐसी चीजें बनायेंं, जो समाज सकारात्मक रूप से ग्रहण करे। संजय सेठ ने कहा कि समाज और राष्ट्र के महत्वपूर्ण अंग में इंडिया और इंटरटेनमेंट का क्षेत्र है, इसलिए हम सबको उसी दिशा में काम करना चाहिए ताकि राष्ट्र की एकता और समाज का सद्भाव दोनों ही बना रहे।