रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रांची स्मार्ट सिटी का काम रुकवा दिया है। शुक्रवार को दो आदिवासी परिवारों के घरों को तोड़े जाने के बाद शनिवार को बाबूलाल मरांडी धुर्वा पहुंचे। उन्होंने दोनों परिवार और स्थानीय लोगों से मामले की जानकारी ली। फिर रांची डीसी को फोन कर कहा कि स्मार्ट सिटी के निर्माण में वहां के 17 परिवार विस्थापित होंगे। सरकार पहले उन सभी परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करे, उसके बाद ही घरों पर बुलडोजर चले। उन्होंने दो एकड़ जमीन में विस्थापित होनेवाले 17 परिवारों का पुनर्वास करने की मांग की।
सरकार की मंशा बसाने की नह, सिर्फ उजाड़ने की
बाबूलाल ने कहा कि अगर इन परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गयी, तो वह खुद उन परिवारों के साथ धरने पर बैठेंगे। कहा कि राज्य सरकार की मंशा लोगों को बसाने की नही, सिर्फ उजाड़ने की है। शुक्रवार को धुर्वा में आदिवासियों के घर को जिस हिसाब से बुलडोजर में माध्यम से गिराया गया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। बाबूलाल मरांडी के इस कदम की उस क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि बरसात के समय में गरीब आदिवासी परिवार के घरों को उजाड़ कर प्रशासन और सरकार ने उन पर अत्याचार ढाया है। बरसात में चिड़िया का भी खोता नहीं उजाड़ा जाता, इंसान के बारे में तो सोचा भी नहीं जा सकता। लोगों का कहना था कि गरीबों का घर उजाड़ते समय प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया।