गढ़वा। भाकपा माओवादी संगठन के बिहार रीजनल कमेटी के मध्य जोन सब जोनल कमांडर रविंद्र मेहता उर्फ छोटा ब्यास को गढ़वा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। गिरफ्तारी को लेकर प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि पुलिस महानिदेशक अभियान निदेशालय पुलिस मुख्यालय झारखंड के निर्देशन में राज्य में भाकपा माओवादी संगठन के विरुद्ध रणनीति बनाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिसमें माओवादियों के विरुद्ध बूढ़ा पहाड़ सहित अन्य स्थलों पर लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर झारखंड राज्य में सक्रिय माओवादियों के विरुद्ध सटीक सूचना संकलन करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जा रही है। उसी क्रम में सूचना के आधार पर भाकपा माओवादी संगठन के बिहार रीजनल कमेटी मध्य जोन के सब जोनल कमांडर राम नरेश मेहता के पुत्र रविंद्र मेहता उर्फ छोटा व्यास जो पलामू जिले के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कौड़िया टोला भूखला गांव का रहने वाला है। उसे मझिआंव थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने बताया यह गिरफ्तारी गढ़वा पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है।

एसपी ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान से भयभीत होकर कुछ समय से गढ़वा जिला अंतर्गत इसके छिपे होने की सूचना मिली थी एवं यह अपनी टीम में शामिल होने जा रहा है। ऐसी सूचना के आलोक में गढ़वा-पलामू पुलिस एवं सीआरपीएफ 172 बटालियन की संयुक्त टीम गठित कर उक्त माओवादी को 31 अगस्त से छापेमारी कर 1 सितंबर की रात्रि में मझिआंव थाना क्षेत्र अंतर्गत बूढ़ी खांड से गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि उक्त माओवादी 2016 से ही माओवादी संगठन में सक्रिय है। जो संदीप यादव के नेतृत्व में मुख्य रूप से झारखंड के पलामू जिला एवं बिहार के गया तथा औरंगाबाद जिला में सक्रिय रहता था। इसका कार्यक्षेत्र मुख्य रूप से छकरबंधा जंगल सहित पलामू, गया तथा औरंगाबाद सीमा क्षेत्र में रहता था। जो संगठन में रहते हुए कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा है। वहीं बिहार पंचायत चुनाव में 2021 के दौरान मदनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंचायत भवन को बम से उड़ाने एवं करीब 5 से 6 बार पुलिस-नक्सली मुठभेड़ इत्यादि वारदात में इसकी सहभागिता रही है। 2022 में माओवादी संगठन में इसे एरिया कमांडर पद से पदोन्नत कर सब जोनल कमांडर बना दिया गया था। जिसके बाद झारखंड सरकार द्वारा इसके गिरफ्तारी पर पांच लाख रुपये इनाम की राशि रखी थी। इसकी गिरफ्तारी को झारखंड पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है, क्योंकि इससे झारखंड-बिहार सीमा पर सक्रिय माओवादियों को भी एक बड़ा झटका लगा है।
मौके पर मझिआंव थाना प्रभारी कमलेश कुमार, बरडीहा थाना प्रभारी पंकज तिवारी एवं सीआपीएफ के अधिकारी मौजूद थे।
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