रायपुर/भाटापारा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को भाटापारा में श्रमिक सम्मेलन में कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद श्रम कानूनों को कमजोर किया है। सिर्फ अमीरों के हक में कानून बनाये हैं। कांग्रेस जैसा काम गांव-गरीब-मजदूर-किसान के लिए करती है, वैसा भाजपा वाले सोच भी नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा, ”जहां कांग्रेस नेताओं के दौरे होते हैं, वहां ईडी-आईटी के छापे पड़ते हैं। हमें डरना नहीं, लड़ना है। डर गए तो समझो मर गए। देखते हैं कितना सताते हैं।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण की शुरुआत डॉ. एमएस स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि देने के साथ की। उन्होंने कहा कि डॉ. स्वामीनाथन फादर ऑफ ग्रीन रिवोल्यूशन थे, जिनकी तारीफ इंदिरा गांधी ने भी की थी। कांग्रेस ने उनके योगदान के लिए राज्यसभा सांसद बनाया। इस अवसर पर दो मिनट का मौन रख कर डॉ. स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि दी गई।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि गरीब की जो मदद करता है, उसे याद रखा जाता है। इतिहास में सम्मान वही पाते हैं, जो गरीबों के लिए लड़ते हैं। जो गरीबों से लड़ते है, वो खुद ही खत्म होते हैं। आज भाजपा के लोग गरीबों को खत्म कर रहे हैं, अमीरों को बढ़ावा दे रहे हैं। राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा कर देश को जोड़ने का काम किया। भाजपा के लोग सिर्फ भेदभाव करने का काम करते हैं। देश के 5 प्रतिशत लोगों के पास 65 फीसदी और 50 प्रतिशत लोगों के पास सिर्फ 3 प्रतिशत संपत्ति है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कृषक सह मजदूर सम्मेलन के दौरान महिला आरक्षण को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण में सभी वर्गों को आरक्षण मिलना चाहिए। ओबीसी की जनगणना होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग को उनका पूरा हक मिलना चाहिए। कांग्रेस की यही मांग है, इसलिए हम जनता से उनका साथ चाहते हैं। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल कोई नया नहीं है। राजीव गांधी ने तो पंचायत में ही महिलाओं आरक्षण दे दिया था। आज महिलाएं राजनीति में हर जगह हैं तो यह कांग्रेस की देन है। भाजपा के लोग पहले महिला आरक्षण का विरोध करते रहे। आज भाजपा इसका श्रेय लेने में लगी है। हालांकि यह लागू कब होगा, इसका कोई अता-पता नहीं है। अगर भाजपा में इच्छाशक्ति है तो आज ही लागू कर दें। 2024 में लागू कर दें, हम तैयार हैं।
खड़गे ने कहा कि भाजपा सिर्फ भ्रमित करने में लगी है। मोदी महिलाओं को आरक्षण आज नहीं दे रहे हैं, 2024 में भी नहीं देंगे, 2029 में भी नहीं देंगे। 10 करोड़ लोगों की नौकरी का वादा पूरा नहीं हुआ, 15 लाख लोगों के बैंक खाते में नहीं आये। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। ये सब एक जुमला ही निकला।
बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग जादू दिखाते हैं। जंतर-मंतर दिखाते हैं। आजकल बगैर सोचे-समझे बहुत से नौजवान लोग भी साधु बन रहे हैं। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता। जंतर मंतर बताते हैं, लेकिन सतनामी समाज के गुरु अपने जीवन में दुखों को सहन करके, संघर्ष करके, लोगों को बचाने के लिए, धर्म के रास्ते में लाने के लिए और अच्छाई दिखाने के लिए काम किया है। आजकल ऐसी विचारधारा के लोग देश में बहुत कम हैं। छत्तीसगढ़ में खास करके गुरु घासीदास का सतनामी पंथ की स्थापना करने में बहुत बड़ा योगदान था। उनकी वजह से ही सतनामी पंथ यहां पर स्थापित हुआ। सही मार्ग किसी ने बताया तो वो घासीदास थे।