काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड बीती शाम न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए हैं। वे न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होंगे। जिसके बाद वे 23 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चीन का दौरा करेंगे। इस दौरान नेपाल और चीन के बीच करीब दर्जन भर समझौते की तैयारी है।
23 सितंबर से चीन की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे प्रचण्ड सबसे पहले न्यूयॉर्क से सीधे हैंगजाउ में होने वाले एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित होंगे। वहां प्रधानमंत्री प्रचण्ड की मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होने वाली है। हालांकि यह महज शिष्टाचार मुलाकात होगी। 24 सितम्बर को प्रचण्ड वहां से सीधे बीजिंग के लिए रवाना होंगे।
बीजिंग में प्रचण्ड चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से द्विपक्षीय बैठक करने वाले हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी जिनमें चीन की तरफ से नेपाल पर बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए दबाव दिया जाएगा। नेपाल की तरफ से चीन के सामने एक दर्जन परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा होगा जिस पर दोनों देशों के बीच हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री प्रचण्ड के मुख्य राजनीतिक सलाहकार रहे हरिबोल गजुरेल ने बताया कि विदेश रवाना होने से पहले कैबिनेट बैठक से एक दर्जन समझौते पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी गई है। गजुरेल के मुताबिक चीन के साथ क्रॉस बॉर्डर ट्रांसमिशन लाईन, एग्रीकल्चर पार्क, सुरंग मार्ग, शिक्षा तकनीक, औद्योगिक पार्क, सांस्कृतिक सहयोग, उत्तर दक्षिण कॉरिडोर, व्यापार, वाणिज्य, सीमा सुचारू, भौतिक पूर्वाधार व पर्यटन संबंधी समझौता करने की तैयारी की गई है।
सलाहकार गजुरेल ने बताया कि बीआरआई को लेकर देश में सहमति नहीं बन पाई है फिर भी देशहित में करने वाले सभी समझौते किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत के तरह चीन के साथ भी विद्युत व्यापार समझौता का प्रस्ताव भेजा गया है। क्रॉसबॉर्डर ट्रांसमिशन लाइन पर दोनों देशों के बीच समझदारी पत्र पर हस्ताक्षर होना तय है।
प्रधानमंत्री ने विदेश रवाना होने से पहले पोखरा एयरपोर्ट और भैरहवा एयरपोर्ट संचालन को लेकर भी चीन से बातचीत कर कोई साझेदारी करने का संकेत किया था। चीन भ्रमण पर दो अन्य मंत्री भी जाने वाले हैं जिनमें भौतिक पूर्वाधार मंत्री प्रकाश ज्वाला और मंत्री महेन्द्र यादव का नाम शामिल है।