हेमंत सोरेन के इंडिया गठबंधन समन्वय समिति का सदस्य बनने के बाद से भाजपा की बेचैनी बढ़ गयी है
सरकार गठन से लेकर अब तक भ्रम फैला कर आदिवासी सीएम को परेशान किया जा रहा है, इसका जवाब 2024 में जनता देगी
केंद्र सरकार जांच ही कराना चाहती है, तो गुजरात से लेकर एमपी तक की सरकारों की समेकित जांच हो
अडाणी ने क्यों खाया पैसा, जांच अडाणी के मुंद्रा पोर्ट की भी होनी चाहिए
रांची। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम द्वारा मुख्यमंत्री और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को लेकर दिल्ली में पीसी पर झामुमो ने कड़ा एतराज जताया है। पार्टी महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस मामले में देवाशीष गुप्ता की कमेटी ने सोरेन परिवार को क्लीन चिट दे दी, हाइकोर्ट द्वारा प्रार्थी को कड़ी फटकार और जुर्माना लगाया गया, उसके बाद भी बार-बार वही पेपर की फोटोकॉपी लेकर राज्य और देश स्तर पर भ्रम फैलाना उचित नहीं है। राजनीति में विचारधारा की मतांतर और लड़ाई हो सकती है, मगर उसे व्यक्तिगत रूप से लाने की शुरू हुई नयी परंपरा उचित नहीं है। जबसे हेमंत सोरेन को इंडिया गठबंधन समन्वय समिति का राष्ट्रीय सदस्य बनाया गया है, तब से भाजपा की बेचैनी बढ़ गयी है। यही कारण है कि लगातार विभिन्न माध्यमों से भ्रम फैलाने का काम भाजपा द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्व दुखा भगत के द्वारा 2002 में सोरेन परिवार के खिलाफ जमीन संबंधी मामले को लाया गया था। बाद में इसी पेपर को पूर्व सीएम रघुवर दास सामने लाये। उन्होंने ही एसआइटी का गठन किया, इसके बाद एसआइटी ने क्लीन चिट दे दी। यहां तक कि एसआइटी की रिपोर्ट में भाजपा नेताओं का भी नाम आ गया। अब जो मामला खत्म हो गया है, उसे बार-बार लाकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
हर मामले की जांच निष्पक्षता से कराये केंद्र
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अगर केंद्र सरकार और भाजपा की भ्रष्टाचार पर नीयत साफ है, तो वह हर मामले की जांच निष्पक्षता से कराये। गुजरात बिजली कॉरपोरेशन के द्वारा अडाणी पर गंभीर आरोप लगाये गये। मध्यप्रदेश का व्यापम घोटाला किसी से छिपा नहीं है। एनसीपी नेता अजीत पावर पर 70 हजार करोड़ के घोटोले का आरोप लगता है और फिर 72 घंटे के बाद उन्हें महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बना दिया जाता है। असम में भी यही खेल हुआ। एक घोटाले के आरोपी को सीएम बना दिया जाता है। ऐसे कई मामले हैं, जहां पर भाजपा की सरकार बनने के पूर्व गंभीर आरोप लगे हैं। केवल गैर भाजपाई सरकारों को डराने और धमकाने का खेल बंद होना चाहिए।
भाजपा के चाणक्य को आॅडिटोरियम में करनी पड़ रही है आम सभा
सुप्रियो भट्टाचार्य ने इंडिया गठबंधन के नेता राहुल गांधी की हैदराबाद में हुई सभा और उसमें उमड़ी भीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो हालात इतने खराब हो चले हैं कि भाजपा के चाणक्य कहे जानेवाले अमित शाह को छत्तीसगढ़ में आमसभा मैदान में नहीं आॅडिटोरियम में करनी पड़ रही है। ऐसा नहीं है कि भाजपा जो कर रही और जिसे छिपाने का प्रयास करती रहती है, उसे देश की जनता नहीं जान रही है। 2024 में इसका उत्तर मिल जायेगा।
महिला आरक्षण बिल 2010 में राज्यसभा से पारित बिल का नया फ्लेवर
सुप्रियो भट्टाचार्य ने महिला आरक्षण बिल को 2010 में राज्यसभा से पारित बिल का नया फ्लेवर करार दिया। कहा कि इस बिल का फायदा जब तक नयी जातिगत गणना रिपोर्ट नहीं आयेगी, तब तक नहीं मिल सकता है। क्योंकि अभी भी देश में 2011 का ही आंकड़ा है। कोरोना के कारण 2021 में राष्ट्रीय जनगणना नहींं हुई, आगे सरकार करायेगी या नहीं, इसका भी अता-पता नहीं है। यानी कुल मिला कर यह बिल लोकसभा चुनाव में एक झुनझुना की तरह ही होगा। नया बिल पास कराने के लिए राज्यसभा से पारित बिल को पहले केंद्र सरकार को वापस लेना होगा। मोदी सरकार ने पहले किचन रूम का सामानों का दाम बढ़ा कर महिलाओं को परेशान किया। अब चुनावी आहट के बीच इस बिल के जरिए आधी आबादी को ठगना चाह रही है।
शिबू सोरेन रूटीन चेकअप के लिए कुछ दिन दिल्ली में ही रहेंगे
सुप्रियो भट्टाचार्य ने झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के स्वास्थ्य के बारे में बताया कि वह अभी ठीक हैं। अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है। उनका रूटीन चेक अप होना है। इसलिए अभी कुछ दिनों तक वह दिल्ली में ही रहेंगे। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ही हेमंत सोरेन रांची लौट आये हैं।