-कहा, विपक्ष नहीं देख सकता ग्रामीणों के चेहरे की मुस्कान
आजाद सिपाही संवाददाता
गुमला। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर भाजपा पर करारा हमला किया। कहा कि विपक्ष का काम केवल विधायक और सांसद खरीद कर सरकार बनाना है। मुझ पर भी बहुत कोशिश की गयी, मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। मुख्यमंत्री गुरुवार को गुमला के पेंद्रानी गांव में ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के उद्घाटन मौके पर बोल रहे थे। उन्होने कहा कि गांवों में सरकारी योजनाओं के लाभ ने ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। सफल सरकार वही है, जो जनता के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दे।
मेरे खिलाफ षडयंत्र किया:
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब विपक्ष ने देखा कि झारखंड का बेटा राज्य में योजनाओं की बारिश कर रहा है, उससे यहां के किसान और ग्रामीण खुश हैं, तो उन्होंने मेरे खिलाफ षड्यंत्र करके मुझे जेल भिजवा दिया। आप लोगों की दुवाओं के कारण आज मैं आपके सामने खड़ा हूं।
उत्पाद सिपाही मौत के लिए केंद्र जिम्मेदार:
हेमंत ने उत्पाद सिपाही दौड़ में हुई युवाओं की मौत का जिम्मेवार केंद्र सरकार को ठहराया। उन्होंने कहा कि यह सब कोरोना वैक्सीन का नतीजा है। केंद्र सरकार ने भारी चंदा उठाने के लिए सभी को जबरन कोरोना की वैक्सीन लगवा दी। कितनों को मौत के मुंह में धकेल दिया। यह सरकार निजी फायदे के लिए किसी की भी जान ले सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कभी नहीं चाहती कि योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिले। इसलिए योजनाओं को विफल करने के उद्देश्य से मुझे जेल भेजा गया। मुख्यमंत्री मंईंयां सम्मान योजना के खिलाफ विपक्ष न्यायालय गया। विपक्ष झारखंड की भोली-भाली जनता के चेहरे पर मुस्कान नहीं देख सकता है।
बाहर के लोग राज्य का माहौल बिगाड़ रहे:
हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष असम, गुजरात, ओड़िशा आदि राज्यों से लोगों को झारखंड बुला कर यहां की सामाजिक समरसता को तोड़ देना चाहती है। विपक्ष के लोग सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ना चाहते हंै, ताकि यहां के हिंदू मुस्लिम ईसाई सभी आपस में लड़ते रहें। उन्होंने कहा कि कहने को हम आदिवासी जरूर हैं, लेकिन हमारी कोई पहचान नहीं। हमने सरना कोड बिल पास किया, मगर केंद्र सरकार ने उसे रोक रखा है। ये आदिवासी विरोधी लोग हैं, जो आदिवासियों का हित नहीं चाहते।
347 योजनाओं का दिया तोहफा, 217 परिसंपत्ति बाटीं:
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गुमला और लोहरदगा जिले को 347 विकास योजनाओं का दिया तोहफा, 1 लाख 62 हजार 769 लाभुकों के बीच 217 करोड़ 71 लाख 17 हजार रुपये की परिसंपत्तियां बांटी।