रांची। उत्पाद सिपाही बहाली की दौड़ में एक और युवा की जान चली गयी है। मृतक युवा रामगढ़ जिले का पतरातू निवासी था और उसका नाम अन्नु कुमार बेदिया था। इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गलत नीतियों ने झारखंड के एक और होनहार युवा की जिंदगी छीन ली। कहा कि अन्नू कुमार बेदिया घर से उत्पाद सिपाही बनने का सपना लेकर निकले थे, लेकिन राज्य सरकार ने ताबूत में अन्नू की लाश घर भिजवायी। राज्य सरकार की बदइंतजामी ने अन्नू से उनकी सांसें छीन ली।
बीजेपी नेता ने कहा कि झामुमो कांग्रेस सरकार के द्वारा आयोजित उत्पाद सिपाही भर्ती की मौत की दौड़ में अब तक करीब 20 युवा अपनी जान गंवा चुके हैं। कई युवा अब भी गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं। देशभर में आज तक जितनी भी भर्ती परीक्षाएं हुई हैं, उनके इतिहास में इतने युवाओं ने अपनी जान नहीं गंवायी है। उन 20 युवकों के माता-पिता ने कल्पना भी नहीं की होगी कि नौकरी पाने के लिए अपने मां बाप का आशीर्वाद लेकर निकला उनका बेटा कफन में लिपटा हुआ वापस आयेगा।
मरांडी ने कहा, झूठी वाहवाही लूटने की चाहत में अब तक 20 परिवारों को उजाड़ चुकी यह सरकार ना जाने कितने और नौजवानों की जान लेगी। यदि सरकार चाहती तो इन मौतों को रोक सकती थी। जब पहली घटना हुई थी, तभी इसके कारणों की विवेचना कर दौड़ की दूरी घटायी जा सकती थी। दौड़ के क्रम में बीमार युवाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, भर्ती स्थलों पर अनुभवी चिकित्सक का प्रबंध, उपयुक्त मौसम आदि जैसे सुरक्षात्मक उपाय कर सकती थी। लेकिन कई मौतों के बाद सरकार ने खानापूर्ति के लिए समीक्षा बैठक की, अफवाह फैलायी और फिर से मौत की दौड़ शुरू कर दी। एक अदद नौकरी की तलाश में जान गंवा चुके 20 युवाओं को, उनके परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए हमें एकजुट होकर इस सरकार के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़नी होगी।