रांची। धनबाद के कोयला कारोबारी की इडी ने 1.63 करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से जब्त किया है। इडी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रमोद कुमार सिंह और उनके परिवार से संबंधित 1.63 करोड़ रुपये (लगभग) की अचल संपत्ति को जब्त किया गया है। इडी ने बताया कि एसीबी धनबाद द्वारा दर्ज एफआइआर के आधार पर प्रमोद कुमार सिंह और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) फंड के दुरुपयोग के लिए जांच शुरू की गयी।
प्रमोद कुमार सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लॉक अकाउंट मैनेजर के पद पर संविदा के आधार पर कार्यरत थे। इडी की जांच में पता चला है कि प्रमोद कुमार सिंह और स्वर्गीय शशि भूषण प्रसाद, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जिन्हें एनआरएचएम फंड निकालने और खर्च करने के लिए संयुक्त रूप से अधिकृत किया गया था। ये सभी ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और जिला स्वास्थ्य सोसाइटी द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, झरिया सह जोड़ापोखर को आवंटित 9.39 करोड़ रुपये की सरकारी राशि का गबन किया। घोटाला सामने आने के बाद प्रमोद सिंह को बर्खास्त कर दिया था, तो वह कोयले के कारोबार से जुड़ गया था।
अपने सहयोगियों के नाम पर चल और अचल संपत्ति अर्जित की
प्रमोद कुमार सिंह ने अवैध रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), झरिया सह जोड़ापोखर, धनबाद के दो बैंक खातों और पीएचसी प्रबंधन सोसाइटी, जोड़ापोखर के एक बैंक खाते से अपने बैंक खातों या अपने परिवार सहयोगियों के बैंक खातों में रुपया ट्रांसफर किया था। इडी की जांच में यह भी पता चला है कि प्रमोद कुमार सिंह ने घोटाला से कमायी गयी राशि से अपनी पत्नी प्रिया सिंह और अपने सहयोगियों के नाम पर चल और अचल संपत्ति अर्जित की। इस मामले को लेकर इडी ने बीते 13 अगस्त को प्रमोद सिंह के धनबाद के सरायढेला स्थित ठिकाने पर छापेमारी की थी, जहां से तीन महंगी गाड़ियां और 2.17 लाख रुपये की नकदी बरामद की गयी और उसे जब्त कर लिया गया। इसके अलावा बैंक खाते में जमा चार लाख रुपये की राशि भी जब्त कर ली गयी थी।