Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 16
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»नेपाल की मांग, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार त्रिदेशीय विद्युत समझौता लागू करे
    दुनिया

    नेपाल की मांग, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार त्रिदेशीय विद्युत समझौता लागू करे

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 10, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    काठमांडू। नेपाल सरकार ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से त्रिदेशीय विद्युत व्यापार समझौता लागू करने की मांग की है। ढाका में नेपाल के राजदूत ने बांग्लादेश के विदेशमंत्री, गृहमंत्री, ऊर्जामंत्री सहित अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच हुए ऊर्जा समझौता लागू करने की मांग की है।

    नेपाल के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने नेपाल से 40 मेगावाट बिजली लेने में दिलचस्पी दिखाई है। बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के समय नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच 40 मेगावाट बिजली की खरीद-बिक्री के समझौते की तारीख 28 जुलाई तय की गई थी। लेकिन बांग्लादेश में राजनीतिक घटनाक्रम के चलते बांग्लादेश ने जुलाई के दूसरे हफ्ते में पत्र भेजकर समझौते को स्थगित करने का अनुरोध किया था।

    बांग्लादेश में नेपाल के राजदूत घनश्याम भंडारी ने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस नेपाल से बिजली आयात करने को लेकर सकारात्मक हैं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा समझौते से जुड़े सभी दस्तावेज पहले ही पूरे हो चुके हैं। अब केवल तीन देशों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर करना बाकी है।

    ऊर्जा मंत्रालय के प्रवक्ता चिरंजीवी चटौत ने कहा कि अब तक बांग्लादेश के तरफ से कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला है, लेकिन 40 मेगावाट बिजली खरीद और बिक्री समझौते की तारीख तय करने के लिए विभिन्न चैनलों के माध्यम से बातचीत की जा रही है।

    तीनों देशों के मंत्रियों की मौजूदगी में नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी, भारत के एनटीपीसी इलेक्ट्रिसिटी ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एनवीवीएन) और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। प्राधिकरण के पास हर साल बरसात के पांच महीने यानी 15 जून से 15 नवंबर तक बांग्लादेश को बिजली बेचने का समझौता है।

    हर साल पांच महीनों में कुल 144,000 मेगावाट घंटे बिजली का निर्यात किया जाएगा। बांग्लादेश को बिजली बेचने पर प्राधिकरण को प्रति यूनिट 6.40 अमेरिकी सेंट (बुधवार की विनिमय दर के अनुसार लगभग 8 रुपये 55 पैसे) मिलेंगे। अथॉरिटी के मुताबिक, पांच महीने में आमदनी 92 करोड़ 16 हजार अमेरिकी डॉलर (बुधवार के एक्सचेंज रेट के मुताबिक 1 अरब 23 करोड़) होगी।

    प्राधिकरण को भारत में मुजफ्फरपुर बिंदु पर नेपाल और भारत के बीच ढलकेबर-मुजफ्फरपुर 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को निर्यात की जाएगी। यानी बांग्लादेश को निर्यात होने वाली बिजली का मीटर मुजफ्फरपुर (भारत) में लगेगा। ढलकेबर से मुजफ्फरपुर तक ट्रांसमिशन लाइन की तकनीकी लीकेज का खर्च प्राधिकरण खुद उठाएगा। भारत की ट्रांसमिशन लाइन के जरिए मुजफ्फरपुर से बेहरामपुर (भारत)-भेडामारा (बांग्लादेश) 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बांग्लादेश तक बिजली पहुंचेगी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleखैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री गंडापुर पेशावर पहुंचे
    Next Article भारतीय लेखक अमिताव घोष ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज की रेस में शामिल
    shivam kumar

      Related Posts

      पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी की राजनीतिक सक्रियता से प्रधानमंत्री ओली नाराज

      June 12, 2025

      आईएमएफ ने नेपाल के आर्थिक सुधारों के लिए 42.7 मिलियन डॉलर को मंजूरी दी

      June 12, 2025

      नेपाल-भारत के बीच कनेक्टिविटी और संयुक्त साझेदारी से ही समृद्धि संभव : विदेश मंत्री डॉ. राणा

      June 12, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version