जमशेदपुर। बाबूलाल मरांडी ने झामुमो पर हमला बोलते हुए कहा कि झामुमो के बैनर से शिबू सोरेन गायब हो गये हैं। बैनर में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर नहीं लगायी जा रही है। बैनर में इन दिनों हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ही रहती हैं। क्या कारण है कि झामुमो के सीनियर लीडर चंपाई सोरेन और लोबिन हेंब्रम को पार्टी छोड़नी पड़ी है। इन लोगों ने झामुमो को खून पसीने से सींचा था। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आनेवाले समय में और भी लोग पार्टी में शामिल होंगे। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि झामुमो सरकार ने लोगों से किये वादे पूरे नहीं किये। रोजगार का वादा नहीं पूरा किया। महिलाओं को सोने का सिक्का देने का वादा पूरा नहीं किया।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर बाबूलाल ने जमशेदपुर में की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को जमशेदपुर के दौरे पर आनेवाले हैं। उनके आगमन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। वहीं, शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जमशेदपुर में बैठक की। बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर चल रही तैयारियों की उन्होंने समीक्षा की। बाबूलाल मरांडी ने बताया कि पार्टी के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह विधानसभा चुनाव की तैयारी में जोर-शोर से जुट जाये। कोल्हान से इस बार सारी 14 सीटें जीतनी हैं। सभी घर-घर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनहित के कामों को जनता तक पहुंचायें। बाबूलाल मरांडी ने निर्देश दिया है कि 8 और 9 सितंबर को एक अभियान के तहत सभी पार्टी कार्यकर्ता बूथों पर जायेंगे और वहां मतदाता सूची का जायजा लेंगे। अगर मतदाता सूची में गड़बड़ी है, तो उसे ठीक करवाना है। नाम छूटा है, तो जुड़वाना है, गलत नाम चढ़ा है, तो उसे कटवाना है। बाबूलाल मरांडी ने बताया कि सभी प्रमंडल में संकल्प यात्रा निकाली जायेगी। यह संकल्प यात्रा 20 या 21 सितंबर को निकाली जायेगी। संकल्प यात्रा के जरिए भाजपा अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरेगी।
जदयू के बारे में फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा
बाबूलाल मरांडी से जब पूछा गया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा किन पार्टियों के साथ चुनाव लड़ेगी। इस पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अभी भाजपा के साथ आजसू है। इसके अलावा और कौन पार्टी भाजपा के साथ चुनाव लड़ेगी, इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा। जदयू के बारे में पूछे जाने पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जदयू केंद्र में भाजपा के साथ है। यहां वह चुनाव लड़ेगी या नहीं इसका फैसला केंद्रीय स्तर पर ही होगा।