रांची। इस बार राजधानी रांची की दुर्गा पूजा कुछ खास होने जा रही है। श्री महावीर मंदिर दुर्गा पूजा समिति, थड़पखना ने इस वर्ष पंडाल को उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के रूप में रूपांतरित करने की योजना बनाई है। समिति के अध्यक्ष रविंद्र वर्मा ने बताया कि यह पंडाल पूरी तरह केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिमालय की गोद में स्थित एक पवित्र तीर्थस्थल है।

पंडाल की चौड़ाई 60 फीट और ऊंचाई 70 फीट रखी गई है। दर्शनार्थियों के लिए तीन प्रवेश द्वार बनाए गए हैं, जिसमें एक मुख्य द्वार होगा। इस बार लाइटिंग भी केदारनाथ थीम पर आधारित होगी, जो रात में अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगी। मूर्ति निर्माण बंगाल के कारीगरों द्वारा किया जा रहा है, जिसकी ऊंचाई 10 फीट होगी। समिति ने जानकारी दी कि पंडाल निर्माण में बंगाल के 30 कारीगर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

पूरे आयोजन में करीब 6 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है, जिसमें पंडाल पर 2.5 लाख, मूर्ति पर 40 हजार और शेष खर्च लाइटिंग, भोग, पूजन आदि में होगा। समिति 1923 से लगातार दुर्गा पूजा का आयोजन करती आ रही है। इस बार आयोजन को सफल बनाने में जय वर्मा, अमित वर्मा, आयुष वर्मा सहित कई सदस्य जुटे हैं।

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