रांची। झामुमो ने हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट द्वारा विस्थापन एवं पुनर्वास आयोग की नियमावली की मंजूरी के फैसले का स्वागत किया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने इसके साथ-साथ तीन अकादमी बनाने, मोरहाबादी स्थित शिबू सोरेन के सरकारी आवास को उनकी पत्नी रूपी सोरेन के नाम पर अलॉट करने और दिशोम गुरु से जुड़ी यादों को सहेजने और संजोने के लिए बनने वाले संग्रहालय को लेकर कैबिनेट के फैसले का झामुमो ने स्वागत किया है। बुधवार को पार्टी के कैंप कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो के लिए राज्य के आदिवासियों-मूलवासियों के विस्थापन और पुनर्वास शुरू से बड़ा मुद्दा रहा है। विस्थापन के विरोध और पुनर्वास के लिए 2001 में कोयलकारो परियोजना आया था, जहां विस्थापितों के आंदोलन हुए हम उस आंदोलन में शामिल रहे हैं और उसके बाद बाबूलाल मरांडी की सरकार में वहां गोली चली थी। कई लोग शहीद हुए और फिर गुरुजी ने इस बात को संसद में उठाया तब यह परियोजना बंद हुई। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इस प्रकार नेतरहाट फायरिंग रेंज का आंदोलन चला, हजारों लोग विस्थापित हो रहे थे हम लोगों ने सशक्त आंदोलन खड़ा किया और उसे फील्ड फायरिंग रेंज को भी गुरु जी की सरकार बनने पर रद्द किया गया। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम अपने झामुमो के 13 वें केंद्रीय महाधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव में विस्थापन एवं पुनर्वास आयोग के गठन की मांग की थी। हेमंत सोरेन की प्रगतिशील सरकार ने जनता की आकांक्षा को पूरा किया है और यह राज्य वासियों को करम पर्व का उपहार दिया है।

प्रधानमंत्री द्वारा अपनी मां को कहे अपशब्दों का जिक्र और राहुल गांधी से इसके लिए माफी मांगने की भाजपा नेताओं की मांग पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जब राहुल गांधी ने कोई अपशब्द ही नहीं कहा तो वह माफी क्यों मांगेंगे। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दरभंगा में जो घटना घटी वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इस घटना की उपज कहां से हुई यह भी पता करना चाहिए। जब प्रधानमंत्री और उनके दल के नेता महिलाओं के प्रति खासकर कांग्रेस के नेतृत्व के बारे में क्या-क्या नहीं कहा, इस पर भी भाजपा के नेताओं को जवाब देना चाहिए।

सुप्रियो ने कहा कि जर्सी गाय, बारबाला, 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड, प्रधानमंत्री के मुंह से ये सब बात निकली है। कपड़े देख कर लोगों की पहचान करने वाले, पंचर बनाने वाला, भैंस खोलकर ले जाने वाला यह। यह सब प्रधानमंत्री की बोली है क्या, यह बहुत दुखद है। सुप्रियो ने कहा कि दरभंगा में वोटर अधिकार यात्रा के बाद मंच से जिस व्यक्ति ने पीएम मोदी की मां को अपशब्द कहे, उसको पुलिस ने पकड़ भी लिया और उसका पॉलिटिकल रिलेशन भी साबित हो गया है। उसमें फिर राहुल गांधी की गलती कहां है? कांग्रेस कार्यालय में भाजपा की लंपट गिरी करना कहां तक ठीक है। बबूल का गुठली लगायेंगे तो आम का फल कहां मिलेगा? सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम सब किसी न किसी की संतान हैं, हम सब की माताएं हैं, मां की कोई विशेष श्रेणी नहीं होती है कि वह पीएम की माता हैं या किसी सामान्य व्यक्ति की। पहले भाजपा को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।

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