पूर्वी सिंहभूम। पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला (अ.ज.जा) विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अंतिम निर्वाचक नामावली का प्रकाशन कर दिया गया है। सोमवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रियंका सिंह भी मौजूद रहीं।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तय कार्यक्रम के अनुरूप 2 सितंबर 2025 को प्रारंभिक निर्वाचक नामावली जारी की गई थी। इसके बाद 2 से 17 सितंबर तक दावे और आपत्तियां दर्ज की गईं, जिनका निपटारा 25 सितंबर तक किया गया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद 29 सितंबर को अंतिम निर्वाचक नामावली का प्रकाशन किया गया है।
प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार फॉर्म-6 के तहत नए मतदाता नामांकन के 5325 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें 5171 को स्वीकार किया गया। फॉर्म-7 में नाम विलोपन के लिए 750 आवेदन आए, जिनमें से 715 मान्य पाए गए। वहीं फॉर्म-8 के अंतर्गत 3677 सुधार संबंधी आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 3645 स्वीकृत किए गए।
अंतिम मतदाता सूची के अनुसार अब घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,55,823 मतदाता पंजीकृत हैं, जो प्रारंभिक सूची की तुलना में 4456 अधिक हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,24,899 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,30,921 है, जबकि तृतीय लिंग के 3 मतदाता दर्ज हैं। इस दौरान पुरुष मतदाताओं में 1.29 प्रतिशत और महिला मतदाताओं में 2.24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
विशेष श्रेणियों में विदेशी मतदाता 1, दिव्यांगजन मतदाता 2,735 और सेवा मतदाता 368 हैं। 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग में 16,178 नए मतदाता शामिल हुए हैं, जिससे यह वर्ग 21.57 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। वहीं 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 629 है।
लैंगिक अनुपात 1048 तक सुधर गया है, जो पहले 1038 था, जबकि ईपी रेशियों (इलेक्टोरल पापुलेशन) 63.84 दर्ज किया गया है, जो पहले 62.73 था। आयु वर्गानुसार वितरण में 20–29 वर्ष के 61,378, 30–39 वर्ष के 69,650, 40–49 वर्ष के 45,732, 50–59 वर्ष के 33,422, 60–69 वर्ष के 20,158, 70–79 वर्ष के 7,567, 80–89 वर्ष के 1,545, 90–99 वर्ष के 190 और 100 वर्ष से अधिक आयु के तीन मतदाता शामिल हैं।
उपायुक्त ने कहा कि 18–19 वर्ष के मतदाताओं की बढ़ती संख्या लोकतंत्र के प्रति युवाओं की जागरूकता और सहभागिता का प्रतीक है। साथ ही दिव्यांग और सेवा मतदाताओं की सटीक पहचान चुनाव आयोग की समावेशी और पारदर्शी प्रक्रिया को सुदृढ़ करती है।
उन्होंने सभी मतदाताओं से अपील की कि वे अंतिम सूची में अपना नाम, पता और विवरण जांचें और किसी भी त्रुटि के पाए जाने पर शीघ्र सुधार के लिए आवेदन करें।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है। जिला प्रशासन चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आगामी चुनाव की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है।