सिंगापुर: भारतीय के 200 साल पुराने इतिहास को दर्शाती एक प्रदर्शनी की यहां शुरूआत की गई जिसमें मवेशी, व्यापारियों, धोबियों एवं ईंट बनाने वालों के शुरूआती दिनों को दिखाया गया है।
व्यापार एवं उद्योग मंत्री एस ईश्वरन ने कल ‘लिटिल इंडिया’ के ‘इंडियन हेरीटेज सेंटर’ :आईएचसी: में कल प्रदर्शनी की शुरूआत की।
‘‘वन्स अपोन ए टाइम इन लिटिल इंडिया’’ शीषर्क वाली इस प्रदर्शनी में उन दक्षिण एशियाई प्रवासियों के शुरूआती दिनों को दर्शाया गया है जिन्होंने इस क्षेत्र :लिटिल इंडिया: को अपना घर बनाया।
इस प्रदर्शनी में लिटिल इंडिया में हिंदू मंदिरों एवं मस्जिदों से जुड़ी सामग्रियों के अलावा 1890 के दशक के फोटोग्राफ समेत 100 से अधिक नई कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं।
आईएचसी ने कहा कि ये ऐतिहासिक कलाकृतियां और समकालीन कार्य दर्शाते हैं कि लिटिल इंडिया ने केवल अपने इतिहास को ही संजो कर नहीं रखा बल्कि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध इस जिले ने भविष्य में भी अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी है।
नेशनल हेरिटेज बोर्ड में हेरिटेज इंस्टीट्यूट के निदेशक ट्रुडी लोह ने कहा, ‘‘लिटिल इंडिया ने अपना इतिहास संजो कर रखा है लेकिन वषरें में आए बदलाव के बावजूद यह दृढता से सिंगापुर में भारतीय समुदाय का केंद्र बिंदु बना रहा है।’’ लोह ने कहा कि सिंगापुर में भारतीय समुदाय का आइकन माने जाना वाला आईएचसी इस प्रदर्शनी को प्रस्तुत करने के लिए निवासियों, भागीदारों एवं हिस्सेदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।