देश में बिजली की खपत और पावर प्लांटो की कोयला जरूरतों को देखते हुए बीसीसीएल ने प्राइम कोकिंग कोल का उत्पादन बढ़ा दिया है. पिछले साल जहां 37 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था. वहीं इस बार इसे बढ़ाकर 40 मिलियन टन कर दिया गया है.
धनबाद बीसीसीएल के नए सीएमडी अजय कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वी भारत में मानसून लंबा खींचने के कारण धनबाद बीसीसीएल में उत्पादन में थोड़ी गिरावट आयी है. लेकिन जल्द ही सब कुछ ठीक हो जायेगा.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि बीसीसीएल द्वारा रैंक लोडिंग कम किये जाने के कारण पावर प्लांटों को कोयला सप्लाई में बाधा पहुंची है. उनके अनुसार कुछ बिजली कंपनियों की समस्याएं दूसरे कारणों से उत्पन्न हुई हैं. जिसका कोल इंडिया या बीसीसीएल से कोई लेना देना नहीं है.
बीसीसीएल सीएमडी अजय कुमार सिंह ने स्वीकार किया कि देश की कोयला राजधानी देश की जरूरतों के मुताबिक धनबाद मे कोकिंग कोल का उत्पादन नही कर पा रही है. यही कारण है कि स्टील उद्योग के लिए बाहर से कोयला आयात करना पड़ रहा है. जिसमें हमें काफी विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ रही है. साथ ही अजय कुमार ने बताया कि जल्द ही धनबाद बीसीसीएल के कुछ एरिया में कुछ नये पैच और साइडिंग खोले जायेंगे साथ ही आउट सोर्सिंग के जरिए कोयला उत्पादन को बढ़ाकर देश की कोयला जरूरतों को पूरा किया जायेगा.