रांची।सरकार के मिशन 25के (हजार) अभियान को पूरा करने में सबके सहयोग की जरूरत है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी 2018 को 25 हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने गुरुवार को राजधानी के होटल रेडिशन ब्लू में तकनीकी उच्च शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा आयोजित सेक्टर स्किल काउंसिल समिट के उद्घाटन सत्र के दौरान यह बात कही।
– मुख्य सचिव ने कहा कि विभिन्न कम्पनियों के प्रमुख आपस में वैचारिक अदान-प्रदान कर एक स्पष्ट कार्य योजना तैयार करें जिससे झारखण्ड में युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सके।
– उन्होंने कहा कि रांची के पुंदाग में एक विश्व स्तरीय कौशल विकास केन्द्र तथा प्रशिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र तैयार होगा, जिसके माध्यम से युवाओं को विश्व स्तरीय कौशल प्रशिक्षण देकर न केवल झारखंड या भारत में अपितु विश्व के किसी भी देश में रोजगार प्राप्त करने के लिए युवाओं को सक्षम बनाया जा सकेगा।
युवाओं को प्रशिक्षित कर उनके लिए राज्य में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं जाएं

मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि राज्य के युवाओं को विभिन्न प्रक्षेत्रों में प्रशिक्षित कर उनके लिये राज्य में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं जाएं।
इस हेतु सरकार राज्य में उद्योगों की स्थापना की दिशा में कारगर कदम उठा चुकी है तथा प्रथम और द्वितीय चरणों में क्रमशः 19 तथा 74 उद्योगों की स्थापना की दिशा में कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के 15-30 वर्ष के 50 लाख से भी ज्यादा युवा को प्रशिक्षित कर तथा उन्हें रोजगार से जोड़कर देश को सबसे ज्यादा भरोसेमंद श्रमशक्ति देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सरकार की सीधी नौकरी के अलावा मोमैंटम झारखण्ड के फलाफल से राज्य में युवाओं को नौकरियां मिलें तथा स्वरोजगार के अवसर पैदा हो। इसके लिये सरकार ने पूंजी निवेश की दिशा में सकारात्मक पहल की है । उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट के दौरान हुए एमओयू के कार्यान्वयन के तीसरे चरण में कम से कम 100 कंपनियों को धरातल पर उतारा जायेगा।

स्किल सेक्टर से आये 34 कंपनियों के सीईओ को कहा- सरकार के पार्टनर बनें और लक्ष्य प्राप्ति हेतु कैंपेन मोड में काम करें
मुख्य सचिव ने कहा कि युवाओं को राज्य में ही स्पेस और स्कोप देने की परिकल्पना को साकार करने के लिये काम किये जा रहे हैं। झारखंड के श्रम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के लोग काफी परिश्रमी हैं तथा सरलता के लिये उन्हें जाना जाता है। उन्होंने समिट में स्किल सेक्टर से आये 34 कंपनियों के सीईओ को संबोधित करते हुए कहा कि आप राज्य के विकास में सरकार के पार्टनर बनें और लक्ष्य प्राप्ति हेतु कैंपेन मोड में काम करें।

2022 तक झारखंड के 20 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य

उच्च शिक्षा, तकनीकी एवं कौशल विकास के सचिव अजय कुमार ने कहा कि फरवरी माह में हुए इन्वेस्टर समिट में राज्य में तीन लाख करोड़ के पूंजी निवेश हेतु एमओयू हुए हैं तथा बहुत तेजी से सभी एमओयू को धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। कई मेगा स्किल सेंटर खोले गये हैं। स्किल से जुड़े कार्यक्रम कालेजों में भी संचालित किये जा रहे हैं तथा स्किल से जुड़े सभी स्टेक होल्डरों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि हम पूरे देश को एक स्किल झारखंड दे सकें।
2022 तक झारखंड के 20 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है तथा इसके लिये सिंमस जैसी कंपनियों ने भी राज्य में स्किल सेंटर खोलने की इच्छा जताई है। समिट के दौरान स्किल सेंटर से जुड़ी विभिन्न सेक्टर के 34 कंपनियों के साथ एमओयू किया गया।
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